किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाएं चलाती रहती हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को पॉलीहाउस में खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.
इसके लिए सरकार किसानों को 50% अनुदान भी दे रही है.पॉलीहाउस में फसलें लगाकर किसान 4 गुना तक आमदनी ले सकते हैं.
बढ़ती जनसंख्या के कारण शहरों का विस्तार हो रहा है, जिसके कारण कृषि भूमि आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्रों में तब्दील होती जा रही है. जिससे खेती योग्य भूमि का क्षेत्रफल कम हो रहा है.
लेकिन सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. ऐसे में छोटे किसान पॉलीहाउस में संरक्षित फसलों को उगा कर अच्छा मुनाफा पा सकते हैं.
जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने लोकल 18 को बताया कि पॉलीहाउस एक ऐसी तकनीक है, जिसमें पौधों को एक नियंत्रित वातावरण में उगाया जाता है.
पॉलीहाउस पारदर्शी प्लास्टिक की चादरों से बना होता है जो सूर्य के प्रकाश को अंदर आने देता है लेकिन हवा, बारिश और कीटों को बाहर रखता है. पॉलीहाउस में किसान साल भर अपनी पसंदीदा फसल उगा सकते हैं, चाहें मौसम कैसा भी हो.
सरकार किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए 50% का अनुदान दे रही है. किसान 500 वर्ग मीटर से लेकर 4 हजार वर्ग मीटर तक पाली हाउस तैयार कर सकते हैं. एक एकड़ में पाली हाउस बनाने में करीब 30 से 32 लाख रुपए का खर्च आता है.
वहीं सरकार द्वारा 19 लाख 68 हजार रुपए का अनुदान दिया जा रहा है. पॉलीहाउस में उगाई फसल से मिलने वाली फसलों की गुणवत्ता बेहद ही अच्छी होती है. जिसकी वजह से किसानों को बाजार में अच्छा भाव मिलता है.
पॉलीहाउस बनाने के लिए किसानों को उद्यान विभाग में पंजीकरण करना होगा. पंजीकरण कराने के लिए किसानों को खतौनी, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और दो फोटो देने होंगे. किसान उद्यान विभाग की वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं.
पॉलीहाउस में रंगीन शिमला मिर्च, खीरा या फूलों की खेती करने के लिए भी सरकार द्वारा किसानों को अनुदान दिया जा रहा है. इन फसलों की खेती से किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं.