मुगल साम्राज्य की तीसरे बादशाह अकबर के शासनकाल में एक शहजादी को हरम की 'तितली' कहा जाता था।
इस शहजादी का नाम था आराम बानो बेगम जो दिखने में बेहद खूबसूरत और स्वभाव से चंचल थीं।
आराम बानो बेगम को हरम की तितली इसलिए कहा जाता था। क्योंकि वे खूबसूरत होने के साथ-साथ बेहद चंचल और मुखर थी।
आराम बानो बेगम, अकबर और उनकी बेगम दौलत शाद की सबसे छोटी बेटी थीं और अकबर उसे सिर आंखों पर बिठाए रखता था।
पाठकों को बता दें कि मुगल काल में हरम वो जगह थी जहां बादशाह की बेगमे, रखैल, दासियां और सेविकाएं रहती थीं। अकबर का हरम सबसे बड़ा था।
22 दिसंबर 1584 को जन्मी आराम बानो बेगम, अकबर और बीबी दौलत शाद की सबसे छोटी बेटी थीं।
अकबर उसे प्यार से लाडली बेगम बुलाता था। माना जाता है कि वह बहुत ही चतुर और जवाब देने में तेज थी।
जहांगीर के मुताबिक, अकबर उससे बहुत प्यार करता था और उसकी अशिष्टता को भी माफ कर देता था।