यदि आप शराब के शौकीन हैं तो आपने 'Black Dog' और 'Monkey Shoulder' व्हिस्की का नाम अवश्य सुना होगा।
मगर क्या आपने सोचा है कि इन व्हिस्की का नाम जानवर के नाम पर क्यों रखा गया। इसके पीछे बेहद दिलचस्प वजह हैं। आइए जानते हैं।
मंकी शोल्डर की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यह नाम मॉल्ट व्हिस्की बनाने की पारंपरिक प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है।
इसे बनाने के लिए कुछ लोग मॉल्डेट बार्ले यानी जौ को भारी भरकम फावड़ों से पलटते थे।
इन लोगों को मॉल्ट मेन (Malt Men) कहते थे। कहते हैं कि सालों तक ऐसे काम करने के बाद कुछ मॉल्ट मेन को शारीरिक चोटें आई।
इसकी वजह से ये लोग सामान्य स्थिति में भी अपने कंधों को उछकाकर हाथों को एक विशेष अंदाज में लटकाए रहते थे। जो कुछ-कुछ दिखने में बंदरों जैसे नजर आता था।
इन लोगों ने इस अस्थाई व्याधि को मंकी शोल्डर (Mokey Shoulder) नाम दिया है।
कंपनी के मुताबिक, व्हिस्की तैयार करने की उस परंपरा के सम्मान में ही उन्होंने इस ब्रांड का नाम मंकी शोल्डर (Mokey Shoulder) रखा है।
ब्लैक डॉग व्हिस्की की बात करें तो कंपनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, मिलर्ड मछली पकड़ने के बहुत शोकीन थें।
मछली पकड़ने के लिए वह एक स्पेशल किस्म का कांटा 'फिशिंग फ्लाई' का उपयो करते थे।
इस फिशिंग फ्लाई को ही ब्लैक डॉग कहते हैं। यदि आप गौर करेंगे तो पाएंगे कि ब्लैक डॉग व्हिस्की की बोतल पर नाम के ठीक ऊपर मछली पकड़ने का वो कांटा एक लोगो की तरह बना हुआ है।
इसी फिशिंग फ्लाई से प्रेरित होकर व्हिस्की मेकर मिलर्ड ने 1883 में इस शराब ब्रांड की शुरुआत की।
तो आप समझ गए होंगे इस मशहूर स्कॉच व्हिस्की ब्रांड को यह नाम कैसे मिला।