जानें कितने तरह की होती है कांवड़ यात्रा 

हर साल सावन माह के आगमन के साथ ही कांवड़ यात्रा की धूम  शुरु हो जाती है।

भगवान शिव के भक्त महादेव  की असीम कृपा पाने के लिए  कांवड़ यात्रा करते हैं।

यदि आप भी इस सावन में पहली बार कांवड़ यात्रा करने जा रहे हैं, तो पहले जान लें कि कांवड़ यात्रा कितने प्रकार की होती है।

सामान्य कांवड़ यह सबसे आसान कांवड़ यात्राओं में से एक है। इसमें कांवड़िये नंगे पैर चलते हैं और सादा खाना खाते हैं। इसमें वे रास्ते में आराम करते हुए यात्रा करते हैं।

डाक कांवड़ यह एक कठिन कांवड़ यात्रा है, जिसमें कांवड़िए को बिना रुके यात्रा करनी होती है।

कावंड़िए को गंगाजल या नदी का जल लेकर जल्द से जल्द शिवलिंग पर जलाभिषेक करना होता है।

दांडी कांवड़ यह सबसे कठिन कांवड़ यात्रा है, जिसमें कांवड़िए को दंडवत करते हुए यात्रा करनी होती है। कांवड़िए को अपने घर से लेकर मंदिर तक दंडवत करते हुए जाना होता है।

खड़ी कांवड़ इसमें कई लोग मिलकर खड़ी कांवड़ लेकर जाते हैं। सभी कांवड़ियों को मिलकर कांवड़ उठाकर ले जाना होता है।