भारत की निशानेबाज मनु भाकर ने आजादी के बाद एक ही ओलंपिक खेलों में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई है।
इतिहास रचने वाली मनु ने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में अपना दूसरा कांस्य पदक हासिल किया।
उन्होंने इनसे पहले व्यक्तिगत स्पर्धा कांस्य पदक हासिल किया था।
हरियाणा में झज्जर से ताल्लुक रखने वाली मनु बचपन से अलग-अलग खेल खेलती आई है, जैसे टेनिस, स्केटिंग और बॉक्सिंग आदि शामिल है।
उन्होंने ' थांग ता ' नामक एक भारतीय मार्शल आर्ट की भी ट्रेनिंग की और इसमें नेशनल लेवल पर भी पदक जीते हैं।
मनु के पिता मर्चेंट नेवी में इंजीनियर हैं और खेलों में आगे पढ़ने के लिए उन्हें अपने परिवार से पूरा समर्थन मिला है।
मनु ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में बीए ऑनर्स किया है और वर्तमान में चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विषय में मास्टर डिग्री कर रही है।
मनु ने 14 साल की उम्र में शूटिंग में हाथ आजमाना शुरु किया था। आगे उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ इस खेल में मेहनत शुरू कर दी।
ओलंपिक से पहले मनु कई इंटरनेशनल लेवल पर मेडल जीत चुकी है। उन्होंने 2017 में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
साल 2018 में आयोजित हुए इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन वर्ल्ड कप में मनु ने सिंगल और मिक्सड दोनों केटेगरीज में गोल्ड मेडल जीता था।
बता दें कि, 2020 में मनु भाकर को देश का दूसरा सबसे बड़ा खेल समान- अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।