Indian Train Solar Panel : हर क्षेत्र में बिजली खपत के लिए सोलर पैनल सही स्थापित हो रही है जैसे- स्ट्रीट लाईट, खेतों में , घर-ऑफिस इत्यादि क्षेत्रों में सोलर पैनलों के तहत बिजली की जरुरतों को पूरा किया जा रहा है। इस दर्ज पर भारतीय रेलवे विभाग ट्रेनों में कोच के ऊपर सोलर पैनल लगाने के फैसला लिया है। बता दें कि, इसी पैनल से बनने वाली बिजली से उस कोच में रोशनी होगी और एसी, पंखे भी चलेंगे। इसलिए उत्तर रेलवे में इसका ट्रायल पूरा हो चुका है। इसी कारण से अब पूर्वोत्तर रेलवे समेत अन्य जोन में सोलर पैनल का इस्तेमाल आरंभ करने जा रही है। दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे में विभागीय बैठक में इस प्रोजेक्ट पर मंथन हो चुका है।
ट्रेनों में होगा सौर ऊर्जा का उपयोग
पाठकों को बता दें कि, स्टेशन परिसर, कार्यालयों और कॉलोनियों में सोलर पैनल लगाने के बाद अब ट्रेनों में सौर उर्चा के रुप में सोलर पैनल (Indian Train Solar Panel) का उपयोग करने जा रही है। एक रेलवे अधिकारी के मुताबिक, उत्तर रेलवे की कुछ पैसेंजर ट्रेनों के कोच में लाइट और पंखों के लिए सौर ऊर्जा का सहारा लिया गया है। अभी तक ट्रेन के पांच डिब्बों में सोलर पैनल लगाए गए हैं। इनमें से दिल्ली के शकूरबस्ती डेमू, तमिलनाडु जन शताब्दी एक्सप्रेस व दो अन्य ट्रेनों के पांच दर्जन कोच में सोलर पैनल का ट्रायल सफल रहा है।
ट्रेन में सोलर पैनल के फायदे
- ट्रेन में पहले तो पावर कार में लगने वाले डीजल की बचत होगी।
- दूसरा कि, पावर कार हट जाने से हर ट्रेन में दो अतिरिक्त यात्री कोच लगाए जा सकेंगे। इसके साथ ही यात्रियों को पॉवर कार के शोर से भी मुक्ति मिल जाएगी।
- तीसरा कि, पावर कार में आए दिन धुंए निकलने और चिंगारी जैसी दुर्घटनाएं होती रहती हैं। ऐसे में इसके हट जाने सें समस्याओं से निजात भी मिल जाएगी।
- चौथा कि, एक पावर कार गोरखपुर से दिल्ली तक की यात्रा में दो हजार डीजल की खपत करती है। जिससे डीजल बचाने में सौर ऊर्जा का अहम रोल रहेगा।