Sarpanch Success Story : जींद जिले का गांव सुंदरपुर। गांव की सरपंच वंदना (Sarpanch Success Story) ने खाली जमीन का सदुपयोग कर गांव को सुंदर पर्यटन स्थल बना दिया। इतना ही नहीं जल संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की ओर भी कदम बढ़ गए हैं। खाली पंचायती जमीन की खोदाई कर तालाब बनाया। इसके चारों तरफ पार्क विकसित किया। पार्क में सैकड़ों पौधे भी लगाए गए हैं। पार्क के चारों ओर फुटपाथ बनाया। फुटपाथ के साथ-साथ पौधारोपण किया गया है।
अब यहां गांव कें सैकड़ों बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं और युवक भ्रमण के साथ-साथ योग भी करते हैं। सूर्यास्त के बाद सोलर की दुधिया रोशनी से पार्क जगमग हो जाता है। सरपंच एडवोकेट वंदना की इस पहल के हर तरफ चर्चा है। दूसरे गांवों के लोग भी अब इनकी मिसाल दे रहे हैं।
सरपंच एडवोकेट वंदना शर्मा (Sarpanch Vandana Sharma) ने बताया कि गांव के बाहर जमीन पड़ी थी। यहां पहले कभी गंदे पानी का तालाब होता था। उन्होंने यहां खोदाई कर स्वच्छ नहरी पानी लाने और इसके चारों तरफ पर्यटन स्थल बनाने की सोची। इसके बाद पंचायती विभाग से अनुमति ली और ग्रामीणों के साथ विचार-विमर्श कर यहां खोदाई शुरू कराई। नहरी पानी के लिए पाइप लाइन दबाकर तालाब तक लाई गई है।
ग्रामीणों और विभाग का पूरा सहयोग इस काम में मिला। खोदाई के बाद चारों ओर चहारदीवारी निकलवाई गई और पौधारोपण कर पार्क विकसित किया जा रहा है। सोलर लाइटें लगवाई गई हैं। फैंसी लाइटें लगाई गई हैं। फुटपाथ बनाया है तो ग्रामीणों के बैठने के लिए पत्थर के बेंच रखे गए हैं। बच्चों के खेलने के लिए झूले लगाए गए हैं।
सुबह और शाम को सैर के लिए आने लगे ग्रामीण
जब से तालाब की खोदाई कर यहां फुटपाथ बनाया गया है और लाइटों की व्यवस्था की गई है, तब से सुबह और शाम को बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे सैर के लिए आने लगे हैं। अंधेरा होने के बाद भी महिलाएं (Sunderpur village Jind) काम निपटाकर यहां टहलने के लिए आती हैं। एडवोकेट वंदना शर्मा का कहना है कि सुबह और शाम को लोग सैर के लिए आते हैं। उनका प्रयास है कि गांव के नाम के अनुरूप यहां काम कराए जाएं। सरपंच का कहना है कि जुलाना विधायक अमरजीत ढांडा और पंचायती विभाग की तरफ से उन्हें पूरा सहयोग मिला और उनके प्रयासों की बदौलत गांव के लोग उनके इस काम की सराहना करने लगे हैं।
खुद ही संभालती हैं साइट
अब तक तो यही देखने में आ रहा है कि गांव की सरपंच बेशक महिला हो लेकिन सरपंच की जिम्मेदारी और गांव के विकास कार्य कराने के लिए सरपंच प्रतिनिधि ही आगे रहते हैं। विभागीय बैठकों में भी सरपंच प्रतिनिधि ही आते हैं। सुंदरपुर गांव की सरपंच वंदना अब इसका अपवाद बन चुकी हैं। निर्माण साइट पर वंदना खुद जाती हैं और विभागीय बैठकों में भी वह स्वयं भाग लेती हैं। कागजी कार्रवाई से लेकर निर्माण कार्य तक सारे काम स्वयं देखती हैं।
वंदना शर्मा (Sunderpur village sarpanch Vandana Sharma) का कहना है कि तालाब के चारों तरफ पार्क और झूलों, लाइटों की देखभाल के लिए गांव के पांच लोगों की कमेटी बनाई जाएगी। इनके रख-रखाव का काम कमेटी के सदस्य देखेंगे। अगर जहां भी मरम्मत की जरूरत होगी तो कमेटी के सदस्य उसे बता देंगे।