Changeri leaves benifits : पाइल्स और माइग्रेन से लेकर पेट की बीमारियों का जड़ से इलाज: देखें चांगेरी घास के रामबाण आयुर्वेदिक फायदे

Anita Khatkar
By Anita Khatkar
Changeri leaves benifits : पाइल्स और माइग्रेन से लेकर पेट की बीमारियों का जड़ से इलाज: देखें चांगेरी घास के रामबाण आयुर्वेदिक फायदे
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Changeri leaves benifits : आज के दौर में Piles (बवासीर) और माइग्रेन जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। खासकर बवासीर एक ऐसी समस्या है जिसके बारे में लोग खुलकर बात करने से बचते हैं, जिससे यह बीमारी गंभीर रूप धारण कर लेती है। आयुर्वेद में कई बीमारियों का प्राकृतिक इलाज मौजूद है, जिसमें से चांगेरी घास Changeri leaves का विशेष स्थान है। इसे बवासीर और माइग्रेन जैसी समस्याओं का रामबाण इलाज माना जाता है। चलिए, जानते हैं इस घास के बारे में विस्तार से और इसके स्वास्थ्य लाभ।

Changeri leaves benifits : पाइल्स की समस्या को जड़ से खत्म कर सकती है चांगेरी घास

बवासीर एक ऐसी स्थिति है जिसमें मरीज को असहनीय दर्द और कभी-कभी रक्तस्राव का सामना करना पड़ता है। आयुर्वेद के अनुसार, चांगेरी घास के पत्तों का नियमित सेवन बवासीर को जड़ से खत्म करने में मददगार साबित हो सकता है। इसकी पत्तियों में पोटैशियम, Calcium, कैरोटीन और ऑक्सालेट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं। चांगेरी के पत्तों को घी या तेल में भूनकर दही के साथ खाने से बवासीर के दर्द और सूजन से राहत मिलती है।

Changeri leaves benifits : खूनी बवासीर में विशेष लाभ

Bloody Piles से पीड़ित मरीजों के लिए चांगेरी घास का चूर्ण काफी लाभकारी हो सकता है। इसके लिए चांगेरी घास के 10 ग्राम ताजे पत्तों को सुखाकर उसका चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को छाछ में मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने से रक्तस्राव में कमी आती है और धीरे-धीरे यह खूनी बवासीर की समस्या ठीक हो जाती है।

Changeri leaves benifits in migraine : माइग्रेन और सिरदर्द से राहत

आयुर्वेद में चांगेरी घास को माइग्रेन और पुराने सिरदर्द के इलाज के लिए भी रामबाण माना गया है। इसके पत्तों का रस निकालकर उसमें प्याज का रस मिलाकर सिर पर लगाने से सिरदर्द में तुरंत आराम मिलता है। अगर आप लंबे समय से माइग्रेन की समस्या से जूझ रहे हैं, तो चांगेरी का यह उपाय आज़माएं।

Changeri leaves benifits : पेट दर्द और गैस की समस्या का इलाज

चांगेरी के पत्तों में एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो पेट दर्द और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं। इसके लिए चांगेरी के पत्तों का काढ़ा बनाकर उसमें थोड़ी भुनी हुई हींग मिलाएं और इसका सेवन करें। इस काढ़े को पीने से कब्ज, गैस और पेट दर्द से तुरंत आराम मिलता है।

Changeri leaves benifits : मुंह की बदबू से निजात

मुंह की बदबू और मसूड़ों की बीमारियों से परेशान हैं तो चांगेरी के पत्तों का सेवन इस समस्या में भी फायदेमंद है। इसके लिए 8-10 ताजे पत्तों को अच्छी तरह चबाएं। यह पत्तियां एक प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर की तरह काम करती हैं और मसूड़ों की समस्याओं से भी निजात दिलाती हैं।

Changeri leaves benifits : बच्चों के लिए चटनी बनाकर दें

अगर आपके बच्चे खाने में आनाकानी करते हैं, तो चांगेरी के पत्तों से बनी चटनी उन्हें जरूर पसंद आएगी। चांगेरी के पत्तों को अदरक, लहसुन, और पुदीने के पत्तों के साथ पीसकर स्वादिष्ट चटनी तैयार की जा सकती है। इस चटनी में काला नमक और भुना हुआ जीरा मिलाकर बच्चों को खिलाने से वे घर के खाने का आनंद उठाएंगे।

Changeri leaves benifits : अन्य औषधीय लाभ

चांगेरी घास का उपयोग केवल बवासीर और माइग्रेन तक ही सीमित नहीं है। विभिन्न शोधों से पता चला है कि यह घास सूजन दूर करने, अल्सर को रोकने, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-डायबिटिक और लिवर की रक्षा करने जैसे गुणों से भरपूर है। इसका उपयोग त्वचा संबंधी समस्याओं, घाव भरने और रोगाणुरोधी उपचार में भी किया जा सकता है।

Changeri leaves को आयुर्वेद में अनेक बीमारियों के इलाज के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। चाहे पाइल्स हो, माइग्रेन, पेट दर्द, या मुंह की बदबू—इस घास के पत्ते सभी में राहत दिलाने का काम करते हैं। हालांकि, किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है ताकि उपचार का सही तरीका अपनाया जा सके।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और आयुर्वेद पर आधारित है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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