All Test in Jind hospital : जींद के सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए अब सभी प्रकार के टेस्ट एक ही छत के नीचे किए जाएंगे। अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस महत्वपूर्ण कदम की शुरुआत की है।
इसके तहत अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में स्थित प्रयोगशाला का विस्तार किया जा रहा है। इसके बाद, मरीजों को रक्त जांच, एचआईवी, टीबी और मलेरिया जैसी बीमारियों के टेस्ट के लिए अलग-अलग जगहों पर जाने की जरूरत नहीं होगी।
Jind Hospital News : लैब का विस्तार: क्या बदल रहा है?
नागरिक अस्पताल, जो कि 200 बेड का है, उसमें 100 बेड पुरानी बिल्डिंग और 100 बेड नई बिल्डिंग में स्थित हैं। प्रतिदिन Hospital Lab में 600 से 700 टेस्ट किए जाते हैं। इनमें स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा फील्ड से लिए गए सैंपलों की जांच भी शामिल है। वर्तमान में, मरीजों को Blood Tests के लिए पुरानी बिल्डिंग में, HIV और टीबी टेस्ट के लिए दूसरी बिल्डिंग में और मलेरिया टेस्ट के लिए इमरजेंसी के पास एक अलग कमरे में जाना पड़ता है।
All Test in Jind hospital : नई सुविधाओं का लाभ
अब अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में स्थित लैब का विस्तार किया जा रहा है, जिसमें सभी प्रकार के Test एक ही छत के नीचे किए जाएंगे। इसके लिए लैब में अलग-अलग केबिन बनाए जाएंगे, जहां HIV, मलेरिया, टीबी और अन्य बीमारियों से संबंधित टेस्ट किए जाएंगे।
Jind लैब विस्तार (All Test in Jind hospital)कार्य:
| प्रक्रिया | विवरण |
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| लैब का नाम | डिस्ट्रिक्ट एंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लेबोरेटरी (District Intigrated Public Laboratory) |
| विस्तार कार्य की शुरुआत | शुरू हो चुका है |
| नई सुविधाओं का जुड़ाव | मलेरिया, कोविड, HIV, TB टेस्ट |
लैब प्रभारी डॉ. अजय चालिया के अनुसार, लैब विस्तार का कार्य तेजी से चल रहा है और उम्मीद है कि इसे एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इससे मरीजों को एक ही जगह पर सभी टेस्ट कराने की सुविधा मिलेगी, जिससे समय और ऊर्जा दोनों की बचत होगी।
लैब का यह विस्तार नागरिक अस्पताल (civil hospital news Jind) में इलाज के स्तर को और भी ऊंचा उठाएगा। अस्पताल में आने वाले मरीजों को अब अलग-अलग कमरों में जाकर सैंपल देने की परेशानी से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही, लैब में किए जाने वाले टेस्ट की संख्या और गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
इस बदलाव से नागरिक अस्पताल में इलाज करवाने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और अस्पताल की सेवाएं और भी बेहतर हो जाएंगी।