Foreign Indian Income : विदेश में बसने वाले भारतीयों ने बनाया रिकॉर्ड, 115 अरब डॉलर की राशि स्वदेश भेजी

Parvesh Malik
By Parvesh Malik
Indians settled abroad made a record, sent back home an amount of 115 billion dollars
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Foreign Indian Income : भारत में बेरोजगारी की तंगी से आकर परेशान बेरोजगार युवा विदेशों की तरफ रुख करने लगे हैं। विदेशों में जाकर अपना जीवन शानदार बना रहे है, और अपने परिवार का आर्थिक सहायक में भी अहम भूमिका निभा रहे है। इसी के साथ भारत में भी दुनिया की राशि को भारतीय बाजार में स्वदेशी राशी के रुप में इस्तेमाल हो रही है। इसी कारण भारत जल्द ही दुनिया का सबसे बड़ा श्रम उपलब्ध (Labor Available) कराने वाला देश बनने की राह पर है।

 

आरबीआई ने रिपोर्ट जारी की

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की एक रिपोर्ट में किया गया है। भारत (Foreign Indian Income) से हर साल लाखों लोग रोजगार और नौकरी के लिए विदेश जाते हैं और वहां डॉलर, पौंड और दिरहम में पैसा कमाकर भारत भेजते (रैमिटैंस के रूप में) हैं। साल 2023 में भारतीयों ने इस मामले में एक रिकॉर्ड बनाया है और जल्द ही दुनिया में नंबर वन भी बन सकते हैं। आरबीआई की लेटैस्ट करेंसी एंड फाइनेंस रिपोर्ट (RCF) में बताया गया है कि विदेश में बसने वाले भारतीयों ने 2023 में 115 अरब डॉलर की राशि स्वदेश भेजी। इंडियन करेंसी में यह राशि करीब 9.6 लाख करोड़ रुपए बैठती है।

इस साल तक भारतीय होंगे ग्लोबल लीडर

आरबीआई के संभावित आंकड़ों के मुताबिक, साल 2029 तक विदेश में रहने वाले भारतीय रैमिटैंस के तौर पर भारत में 160 अरब डॉलर की राशि भेजने लगेंगे। भारतीय मुद्रा में यह राशि लगभग 13.6 लाख करोड़ रुपए की होगी। भारत अभी भी अपने लोगों से रैमिटैंस पाने वाले दुनिया के शीर्ष देशों में शुमार है। यदि 10 साल के औसत को देखें तो भारतीयों (Foreign Indian Income) ने विदेश से हर साल लगभग 80 अरब डॉलर पैसा स्वदेश भेजा है। जिससे विदेशियों के साथ-साथ देशवाशियों को भी फायदा पहुंच रहा हैं।

दुनियाभर में भारतीयोंं की हिस्सेदारी

डाटा के हिसाब से समझने के लिए विदेश में गए स्वदेशी नागरिकों पर अध्ययन के मुताबिक, दुनियाभर में अपना देश छोड़कर जितने भी नागरिक विदेशों में काम करते हैं और अपने देशों में रैमिटैंस भेजते हैं, तब हर 100 रुपए में से 13.5 रुपए भारतीय अपने देश भेजते हैं। बीते लगभग 23 वर्ष के आंकड़ों को देखें तो सन 2000 में विदेशों में रहने वाले भारतीय (Foreign Indian Income) जितना पैसा भारत भेजते थे। वह देश की GDP का 2.8 प्रतिशत होता था, जबकि 2023 में यह 3.2 फीसदी के बराबर पहुंच चुका है। इतना ही नहीं ये देश में आने वाले कुल FDI से भी ज्यादा पैसा है। साल 2023 में भारत को GDP के 1.9 प्रतिशत के बराबर ही FDI मिला है।

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