12 august stock market : भारतीय शेयर बाजार आगामी हफ्ते में अस्थिरता का सामना कर सकता है, खासकर सोमवार को जब हिडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट के कारण अदानी ग्रुप के शेयरों पर भारी दबाव बन सकता है। हालांकि, केवल अदानी ग्रुप ही नहीं, बल्कि सूचीबद्ध रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (REITs) और कुछ प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (PSUs) के स्टॉक्स पर भी बाजार की नज़र होगी।
Adani group : अदानी ग्रुप पर फिर से उठा विवाद
12 august stock market : अमेरिकी शॉर्ट-सेलर hindenburg research ने एक नई रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें भारतीय बाजार नियामक SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) की अदानी ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई न करने की वजहों को लेकर सवाल उठाए हैं। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि SEBI की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच के पास अदानी ग्रुप से जुड़े विदेशी फंड्स में हिस्सेदारी हो सकती है, जिसके चलते उन्होंने अदानी ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई में देरी की।
Hindenburg research report : बुच ने हिंडेनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के इन आरोपों को “बेबुनियाद” बताते हुए कहा कि यह उनके और उनके पति की “चरित्र हत्या” करने का प्रयास है। हिडनबर्ग ने ‘भारत में कुछ बड़ा होगा’ ट्वीट करके आरोप लगाया था कि बुच और उनके पति ने बरमूडा और मॉरीशस में स्थित गुमनाम विदेशी फंड्स में गुप्त निवेश किए थे, जिन्हें विनोद अदानी (अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी के बड़े भाई) ने कथित तौर पर फंड्स की घुमावदार प्रक्रिया में इस्तेमाल किया था।
अदानी ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनका ओवरसीज होल्डिंग स्ट्रक्चर पूरी तरह पारदर्शी है और समूह का रिपोर्ट में उल्लिखित व्यक्तियों या मामलों से कोई व्यावसायिक संबंध नहीं है। अदानी ग्रुप के शेयरों ने इस साल की शुरुआत में आई पहली हिडनबर्ग रिपोर्ट के बाद हुए नुकसान को पहले ही पूरा कर लिया है, लेकिन नए आरोप फिर से कंपनी के शेयरों की कीमतों पर दबाव बना सकते हैं।
REITs और ब्लैकस्टोन पर फोकस :
हिडनबर्ग की नई रिपोर्ट का एक और REITs (रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स) और ब्लैकस्टोन के संबंध में है। रिपोर्ट के अनुसार, SEBI की REITs पर लागू की गई नियमावली ब्लैकस्टोन के पक्ष में थी, जो कि भारत में सूचीबद्ध चार में से तीन REITs का प्रमोटर है। ब्लैकस्टोन वह कंपनी है जहां SEBI की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच के पति धवल बुच वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्यरत थे। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बुच ने REITs को एक निवेश उत्पाद के रूप में प्रमोट किया, जिसका सीधा लाभ ब्लैकस्टोन को मिला।
भारतीय बाजार में सूचीबद्ध REITs में एम्बेसी ऑफिस पार्क्स, माइंडस्पेसREIT, और नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट शामिल हैं। इस नई रिपोर्ट के कारण 12 अगस्त को इन REITs के शेयरों में भी अस्थिरता देखी जा सकती है।
12 august stock market: PSU स्टॉक्स पर भी होगी नजर :
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (PSUs) के शेयरों में भी इस हफ्ते अस्थिरता देखी जा सकती है, खासकर उन कंपनियों के जिन्होंने हाल ही में निराशाजनक तिमाही नतीजे घोषित किए हैं। भारतीय गतिशक्ति निगम लिमिटेड (RVNL), IRCON इंटरनेशनल, और भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) जैसी कंपनियों के खराब नतीजे निवेशकों को निराश कर सकते हैं। हालांकि, कोचीन शिपयार्ड एकमात्र ऐसा PSU रहा है जिसने अच्छे नतीजे दिखाए हैं।
इंडियन स्टॉक मार्केट की स्थिति और ग्लोबल संकेत
Nifty: निफ्टी ने पिछले हफ्ते के अंत में 24,350 अंक के ऊपर बंद होकर थोड़ी स्थिरता दिखाई, हालांकि निफ्टी में यह लगातार दूसरी साप्ताहिक गिरावट थी। शुक्रवार को 250 अंकों की तेजी ने निवेशकों को थोड़ी राहत दी। वॉल स्ट्रीट से भी सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, जहां प्रमुख सूचकांकों ने शुक्रवार की सत्र को मामूली लाभ के साथ समाप्त किया। लेकिन, सोमवार को भारतीय बाजार का फोकस हिडनबर्ग रिपोर्ट पर ही रहेगा, जिससे ग्लोबल संकेतों की बजाय इक्विटी पर असर पड़ सकता है।
12 august stock market में निवेश को लेकर यह है सॉलिड राय :
बाजार में आगामी हफ्ते के लिए अस्थिरता का माहौल बना रहेगा, खासकर सोमवार को जब अदानी ग्रुप, REITs, और PSU स्टॉक्स पर भारी दबाव देखने को मिल सकता है। निवेशकों को सावधानीपूर्वक अपने निवेशों की समीक्षा करनी चाहिए और यदि संभव हो तो शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग से बचना चाहिए।