Norway-Australia Missile partnership : ऑस्ट्रेलिया ने 2027 से लंबी दूरी की मिसाइलों का निर्माण शुरू करने के लिए नॉर्वे की रक्षा कंपनी kongsberg company के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी के तहत, Newcastle में एक अत्याधुनिक मिसाइल निर्माण संयंत्र स्थापित किया जाएगा। यह संयंत्र नेवल स्ट्राइक मिसाइल (NSM) और ज्वाइंट स्ट्राइक मिसाइल (JSM) का उत्पादन करेगा, जिनका उपयोग Australian Defense Force (ADF) द्वारा किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार इस परियोजना में लगभग 850 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 572 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का योगदान देगी। news agency Xinhua के अनुसार, यह साझेदारी न केवल ऑस्ट्रेलिया और नार्वे की रक्षा क्षमताओं को सुदृढ़ करेगी, बल्कि देश की मिसाइल निर्माण क्षमता को भी वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।
न्यूकैसल में होगा अत्याधुनिक मिसाइल निर्माण संयंत्र
इस साझेदारी के अंतर्गत, न्यूकैसल शहर के हवाई अड्डे के परिसर में 2026 और 2027 के बीच एक मिसाइल फैक्ट्री (missile factory) स्थापित की जाएगी। इस फैक्ट्री में बनाई गई NSM मिसाइलें ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के होबार्ट श्रेणी के विध्वंसक जहाजों ( Hobart class destroyers )और एन्ज़ैक श्रेणी के फ्रिगेटों (Anzac class frigates) पर लगी हार्पून एंटी-शिप मिसाइलों ( Harpoon anti-ship missiles ) की जगह लेंगी। वहीं, JSM मिसाइलें विशेष रूप से F-35 फाइटर जेट्स के हथियारों के बेड़े में फिट करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियां
Growing challenges in the Indo-Pacific region : इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बढ़ती भू-राजनीतिक चुनौतियों के बीच, ऑस्ट्रेलिया अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। मिसाइल निर्माण की इस परियोजना का उद्देश्य ADF की लंबी दूरी की सटीक प्रहार क्षमता को सुदृढ़ करना है। यह निर्माण संयंत्र दुनिया का दूसरा ऐसा स्थान होगा जहां ये मिसाइलें बनाई जाएंगी, और Kongsberg, Norway के बाहर यह एकमात्र फैक्ट्री होगी।
अमेरिका के साथ भी हो रहा है सहयोग
ऑस्ट्रेलिया वर्तमान में अमेरिका के साथ मिलकर हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित करने की दिशा में भी काम कर रहा है। इसके अलावा, न्यूकैसल Newcastle और उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के टिंडाल बेस Tyndall Base
पर स्थित F-35 स्क्वाड्रन ( F-35 squadron ) भी इस नई परियोजना का हिस्सा होंगे। अमेरिकी मरीन कॉर्प्स भी NSM का उपयोग कर रहे हैं, जो इसे land based trucks ट्रकों पर एंटी-शिप क्षमताओं के लिए स्थापित कर रहे हैं।
वैश्विक बाजार और निर्यात संभावनाएं
इस परियोजना के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया वैश्विक बाजार में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के जरिए ऑस्ट्रेलिया और नार्वे न केवल अपनी defence capabilities को मजबूत करेंगे, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हो रहें हैं ।