बरसात का मौसम चल रहा है और इस समय सांप-बिच्छू और कई जहरीले कीड़ों का खौफ बढ़ जाता है।
हर समय बिल में घुसे रहने वाले ये विषैले जानवर बरसात के मौसम में बिलों से बाहर निकलकर घूमने लगते हैं। विशेषतौर पर गांवों में तो आए दिन सांप देखने को मिल जाते हैं।
यदि किसी को सांप काटता है, तो काटने वाली जगह पर तेज दर्द के साथ सूजन आ जाती है। शरीर में अकड़न और कंपकंपी होने लगती है और उल्टी आने लगती है।
शरीर की त्वचा का रंग भी बदलने लगता है और पलके झपकने लगते हैं। इसके साथ ही बीपी लो होने लगता है और शरीर में तेज पसीने के साथ बेहोशी आने लगती है।
इस तरह के लक्षण दिखते ही तुरंत समझ जाना चाहिए और जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
यदि किसी को सांप काट ले तो उस व्यक्ति के शरीर में जहर को फैलने से रोकने के लिए तुरंत उसे ढेर सारा घी पिलाएं, जिससे उसे उल्टी हो जाए।
सांप काटने के तुरंत बाद उल्टी करवाने के लिए आप 10 से 15 बार हल्का गर्म पानी भी उसे पिला सकते हैं।
सांप के काटने के अवसर पर कंटोला की सब्जी उपलब्ध हो, तो उसे तुरंत पीसकर घाव पर लगा दें। इससे जहर कम होता है, साथ ही इंफेक्शन भी नहीं फैलता।
सांप के जहर के असर को कम करने के लिए लहुसन के पेस्ट को शहद में मिलाकर सांप काटने वाली जगह पर लगाना भी फायदेमंद रहेगा।
किसी व्यक्ति को सांप काटने पर जितनी जल्दी हो हॉस्पीटल लेकर भागें। यदि घाव वाली जगह से ब्लीडिंग हो रही है तो उसे रोकने की कोशिश ना करें, खून को बहने दें।
सांप काटने पर अस्पताल में एंटीवेनम इंजेक्शन लगाया जाता है, जिससे सांप के जहर का असर खत्म होता है।