चाणक्य नीति में बताया है कि पुरुषों और महिलाओं को कौन से काम बिना शर्म के करना चाहिए।
पैसा कमाने में संकोच न करें। अच्छे, आरामदायक और सुचारु जीवन के लिए धन की जरुरत होती है। हमारी सभी जरुरतें पैसे से जुड़ी होती हैं।
कई लोग उधार दिए गए पैसे या सामान मांगने में बहुत शर्मिंदा होते हैं। मगर इसमें शरमाओं मत, अपने पैसे, सामान का समय पर दावा करें।
हमारे जीवन को बेहत्तर बनाने के लिए शिक्षा की जरुरत है। इसलिए गुरुओं या शिक्षकों से सीखने में बिल्कुल भी संकोच न करें।
यदि ऐसा होता है कि कई लोग सार्वजनिक रुप से खाना खाने में शर्म महसूस करते हैं। अपना पेट भरने के लिए करते हैं। इसलिए जब आपको भूख लगे तब खाएं, इसमें शर्म न करें।
पति और पत्नी को एक-दूसरे के प्रति सम्मान दिखाने में कहीं भी हिचक नहीं करनी चाहिए।
पती-पत्नी एक-दूसरे के प्रति अच्छा व्यवहार और वातावरण बनाना चाहिए। ताकि वो एक-दूसरे को खुलकर मदद कर सकें और बच्चों की अच्छी परवरिश कर सकें।