दवाओं और इलाज के मामले में भारत दुनियाभर में पहले स्थान पर है।
जेनेरिक मेडिसिन हो या नॉर्मल मेडिसिन, दोनों की ही भारत में अच्छी मार्केट है।
दुनियाभर से लोग भारत में अपना इलाज कराने आते हैं। इसके लिए सरकार द्वारा वीजा देने का भी प्रावधान है।
हमें भी जब कोई साधारण या खतरनाक बीमारी होती है तो हम भी दवाओं का सेवन करते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई बार इलाज के समय दी जाने वाली दवाईयां फर्जी और नकली भी निकलती हैं।
ऐसे में चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर कैसे पता कर सकते हैं कि दवाई असली है या नकली।
दरअसल 100 रुपये से ज्यादा की दवा खरीदने पर जब ध्यान से देखेंगे तो उस पर क्यूआर बना होता है।
दवाई पर दिए गए क्यूआर को स्कैन करने पर आप उस दवा से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यदि किसी दवा की कीमत 100 रुपये से ज्यादा है और उसपर क्यूआर कोड नहीं है तो ऐसी दवाएं खरीदने से बचना चाहिए।