मुगलों ने भारत में करीब 300 साल राज किया था। इस दौरान सल्तनत की कई दर्दनाक कहानियां इतिहास के पन्नों में दफन है।
मुगल हरम के रहने वाली रानियों, दासियों और कानियों की जिंदगी के बारे में भी काफी सारी बातें मौजूद है।
ऐसे में आज हम आपको राजपूत राजकुमारी के बारे में बताएंगे, जिसकी मुगल हरम में जिंदगी नरक जैसी हो गई थी।
ये रानी थी, जहांगीर की पहली पत्नी मानबाई, जिसे शाही बेगम का दर्जा दिया गया था।
मान बाई भगवान दास की बेटी और आमेर के राजा और अकबर के सेनापति मान सिंह की बहन थीं।
सलीम और मानबाई की शादी मुगल इतिहास की सबसे आलीशान शादियों में एक गिनीं जाती है।
मानबाई का दहेज दो करोड़ चांदी के सिक्कों का थी। इसके अतिरिक्त हाथी-घोड़े, सोने की जवाहरात भी दिए गए थे।
मानबाई और सलीम के दो बच्चे हुए बेटी सुल्तान उस निसा और बेटा खुसरो मिर्जा। मानबाई से सलीम बेहद प्यार करती थी और वो भी उनकी इज्जत करता था।
मानबाई ने हमेशा बेटे खुसरो मिर्जा को पिता के प्रति वफादार रहने को कहा, मगर उनका प्रयास नाकाम रहा।
खुसरो और भाई माधो सिंह की जहांगीर के प्रति बदतमीजी बर्दाश्त न कर सकीं और वे तनाव में चली गई।
एक दिन जहांगीर जब शिकार पर गया तो 34 साल की उम्र में मानबाई ने भारी मात्रा अफीम चोरी करके खाकर जान दे दी।