पति-पत्नी की उम्र का अंतर उनके बीच प्यार और आकर्षण को बरकरार रखने के लिए जरुरी है।
ऐसा चाणक्य नीति में कहा गया है। शादीशुदा जोड़े की उम्र में एक निश्चित अंतर होना चाहिए।
आमतौर पर कहा जाता है कि पत्नी को पति से छोटी उम्र की होनी चाहिए, लेकिन कितना छोटा? यह बात आचार्य चाणक्य ने बताई है।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक सफल विवाह वही है जिसमें पति-पत्नी दोनों शारीरिक और मानसिक रुप से संतुष्ट हों।
जो पुरुष शारीरिक रुप से सक्षम है वह अपनी पत्नी की शारीरिक इच्छाओं को पूरा करते हैं। लेकिन अगर पति की उम्र पत्नी से ज्यादा है तो वह पत्नी को संतुष्ट नहीं कर पाता है।
बूढ़ा व्यक्ति शारीरिक रुप से कमजोर होता है इसलिए उसे कम उम्र की स्त्री से विवाह नहीं करना चाहिए।
यदि पत्नी की इच्छा पूरी न हो तो वह दूसरे पुरुषों की ओर आकर्षित हो सकती है। यह दम्पति के लिए जहर के समान होगा।
यदि पती-पत्नी के बीच उम्र सही हो तो दोनों एक-दूसरे को अच्छे से समझ सकते हैं और उनके बीच कभी बहस नहीं होगी।
पती-पत्नी के बीच उम्र में 2 से 3 साल का अंतर रहना चाहिए। पती-पत्नी से छोटी हो ये जरुरी नहीं, बराबर या एक से दो साल बड़ी या छोटी पत्नी होनी चाहिए।