हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा के तीन गाने को हरियाणा सरकार ने यूट्यूब से हटा दिया है. ऐसा कहा जा रहा है कि जो गाने हटाए गए हैं, वो गाने गन कल्चर को प्रमोट कर रहे थे.
वहीं, मासूम शर्मा का कहना है कि यह सब पर्सनल रंजिश के कारण बदला लेने के लिए किया गया है, जो अब राज्य सरकार के पब्लिसिटी सेल में ऑफिसर के तौर पर काम करता है.
मासूम शर्मा एक प्रसिद्ध हरियाणवी गायक, गीतकार और संगीतकार हैं, जो हरियाणवी संगीत उद्योग में अपने अनूठे अंदाज और लोकप्रिय गानों के लिए जाने जाते हैं. उनका जन्म 27 मार्च 1991 को हरियाणा के जींद जिले के ब्राह्मणवास गांव में हुआ था.
33 साल के मासूम ने अपनी मधुर आवाज और हरियाणवी संस्कृति को दर्शाने वाले गीतों से लाखों प्रशंसकों का दिल जीता है.
मासूम शर्मा ने अपने संगीत करियर की शुरुआत 2009 में म्यूजिक एल्बम 'जलवा हरियाणा' से की थी. उनका पहला बड़ा हिट गाना 'कोठे चढ़ ललकारु' 2014 में आया, जिसने उन्हें हरियाणवी युवाओं के बीच मशहूर कर दिया.
इसके बाद उन्होंने 'ईपी रूपा', 2 नंबरी, गुंडे ते प्यार, ट्यूशन बदमाशी का, बदमाशा का ब्याह, लोफर और एक खतोला जेल के भीतर जैसे कई सुपरहिट गाने दिए.
उनके गानों में हरियाणवी ग्रामीण जीवन, संस्कृति और भावनाओं की झलक मिलती है, जो उन्हें श्रोताओं से जोड़ती है.
मासूम शर्मा की शादी रिंपी शर्मा से हुई है. शुरू में वह अभिनेता बनना चाहते थे और इसके लिए मुंबई भी गए थे, लेकिन संगीत में सफलता ने उन्हें हरियाणवी इंडस्ट्री का सितारा बना दिया. उनकी कुल संपत्ति लगभग 50 करोड़ रुपये बताई जाती है.
2021 में उन्हें वॉट्सऐप कॉल पर जान से मारने की धमकी मिली थी, और 2023 में उनके भाई के घर पर हवाई फायरिंग की घटना हुई थी. 2024 में एक महिला ने उन पर और उनके परिवार पर मारपीट व छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया था.
हरियाणा सरकार ने सिंगर मासूम शर्मा के तीन गाने यूट्यूब से हटा दिए हैं जिसमें ट्यूशन बदमाशी का', '60 मुकद्दमे' और 'खटोआ' शामिल हैं. सरकार की और से कहा जा रहा है कि इस तरह के गाने गन कल्चर को बढ़ावा देते हैं इसलिए इसे बैन कर दिया गया है.
हालांकि, सिंगर मासूम का कहना है कि यह बस बदला लेने के लिए ऐसा किया जा रहा है. फेसबुक लाइव में उन्होंने हरियाणा सरकार पर गानों को गलत तरीके से बैन लगाने का आरोप लगाया है. उन्होंने इसका आरोप हरियाणा सरकार के पब्लिसिटी सेल से जुड़े ऑफिसर पर लगाया है.
उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि उनके गाने के साथ-साथ उनके दोस्त नरेंद्र भगाना और अंकित बालियान के गानों को भी यूट्यूब से हटा दिया गया है. सिंगर मासूम का कहना है कि उनके गीतों को गुंडागर्दी बढ़ाने वाला कहा गया. दूसरी तरफ हरियाणा सरकार लोग गीत के नाम पर अश्लीलता को बढ़ावा देने वाले कलाकारों पर कोई एक्शन नहीं ले रही.
अगर ऐसा ही होता रहा तो इसका खामियाजा हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री को भुगतना पड़ेगा. इसके फैंस धीरे-धीरे पंजाबी गाना का रूख करने लगेंगे. सरकार को चाहिए कि वो कलाकारों को थोड़ी आजादी दें.