सावन में क्यों नहीं खाना चाहिए चिकन, जानिए विज्ञान की राय

सावन में बरसात

बरसात के साथ ही सावन के माह की शुरुआत हो चुकी है। भोले बाबा को समर्पित यह पवित्र माह हिंदू धर्म में बेहद अहम माना जाता है।

सावन में खानपान

सावन में माह में खानपान को लेकर भी विशेष नियम बनाए गए हैं। इस माह में कई चीजों का खाना वर्जित बताया गया है। 

साइंटिफिक रीजन

पाठकों को बता दें कि, सावन माह में चिकन खाने की भी मनाही होती है। आज हम आपको चिकन नहीं खाने के पीछे की साइंटिफिक रीजन बताएंगे।

कमजोर पाचन शक्ति

सावन का माह मॉनसून सीजन के दौरान आता है। इस माह में बरसात के कारण बढ़ी नमी और सूरज की कम रोशनी के कारण हमारा पाचन शक्ति कमजोर हो जाता है।

गंभीर दिक्कतें

पाचन के कमजोर होने के कारण सावन माह में चिकन जैसा भारी खाना नहीं होना चाहिए। इस माह में हैवी भोजन लेने से कई गंभीर दिक्कतें हो सकती हैं।

इंफेक्शन का खत्तरा

सावन के माह में होने वाले लगात्तार बरसात के काऱण वातावरण में कई तरह के संक्रमण फैलने लगते हैं। इन संक्रमण के शिकार जीव जंतु भी हो जाते हैं।

बढ़ सकता है इंफेक्शन 

यदि आप गलती से किसी संक्रमित जानवर के मांस का सेवन करते हैं, तो इससे आपको ही इंफेक्शन हो सकता है।

आयुर्वेद में भी मनाही

आयुर्वेद की मानें तो सावन के दौरान होने वाले मौसम में परिवर्तन के कारण इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिसके कारण ऑयली, चिकन और मसालेदार फूड्स से परहेज करना चाहिए।

प्रजनन का माह

बरसात का मौसम में कई जीव प्रजनन यानि ब्रीडिंग करते हैं। साइंस की मानें तो प्रग्रेंसी की कारण से इन जीवों के शरीर में कई तरह के हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। ऐसे में इन्हें नहीं खाना चाहिए।

नोट

यह खबर सामान्य जानकारियों पर आधारित है। किसी भी तरह की विशेष जानकारी के लिए विशेषज्ञ से उचित सलाह लें।