रूम हीटर सर्दी के मौसम में काफी काम का साबित होता है. यह ऐसा उपकरण होता है, जो गर्म हवा बाहर फेंकता है. यह कमरे को थोड़ी देर में गर्म कर देता है, जिससे लोगों को ठंडी से राहत मिलती है.
मार्केट में अलग-अलग तरह के रूम हीटर उपलब्ध हैं. आमतौर पर रूम हीटर दो तरह के होते हैं. पहला इलेक्ट्रिक रूम हीटर और दूसरा ऑयल हीटर. आप अपनी पसंद और बजट के मुताबिक कोई भी रूम हीटर खरीद सकते हैं.
जब हम हीटर का इस्तेमाल करते हैं, तो यह कमरे की हवा को गर्म करता है लेकिन साथ ही हवा में मौजूद नमी को भी सोख लेता है.
इससे हवा ड्राई हो जाती है, जिससे कई समस्याएं हो सकती हैं. हवा में मॉइश्चर खत्म होने से ड्राई स्किन की समस्यो हो सकती है.
रूम हीटर चलाने से कमरे में ऑक्सीजन लेवल कम हो सकता है, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है.
साथ ही कमरे में घुटन भी महसूस हो सकती है. इन प्रॉब्लम्स से बचने के लिए कमरे में पानी से भरी बाल्टी रखने की सलाह दी जाती है.
रूम हीटर चलाते समय कमरे में पानी से भरी बाल्टी रखने के पीछे का मुख्य कारण है हवा में नमी बनाए रखना.
हीटर चलाने से हवा में जो नमी खत्म हो जाती है उसे पानी से भरी बाल्टी बैलेंस कर देती है. ये इवैपोरेशन के सिद्धांत पर काम करती है और हवा में मॉइश्चर लेवल को बैलेंस करती है.