One slip for all doctors: सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। पहले मरीजों को ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) पंजीकरण पर्ची के लिए लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता था और कई बार जिस डॉक्टर से इलाज करवाना होता था, वह उपलब्ध नहीं होता था। इसके बाद मरीज को दूसरे डॉक्टर से इलाज करवाने के लिए नई पंजीकरण पर्ची बनवानी पड़ती थी, जिससे उनका समय बर्बाद होता था। लेकिन अब स्वास्थ्य निदेशालय ने एक नया आदेश जारी किया है, जिसके तहत मरीजों को एक ही पंजीकरण पर्ची पर अलग-अलग डॉक्टरों से इलाज करवाने की अनुमति होगी।
मरीजों को मिलेगा अतिरिक्त लाभ
स्वास्थ्य निदेशालय के नए आदेश के तहत, अब कोई भी मरीज एक पंजीकरण पर्ची से दूसरे डॉक्टरों से भी इलाज करवा सकेंगे। इससे मरीजों को एक डॉक्टर से दूसरे डॉक्टर के पास जाने में कोई परेशानी नहीं होगी और न ही उन्हें दूसरी बार पंजीकरण पर्ची बनवाने के लिए लाइन में लगने की जरूरत पड़ेगी। यह बदलाव विशेष रूप से उन मरीजों के लिए फायदेमंद होगा, जो सरकारी अस्पतालों में अक्सर इलाज के लिए अलग-अलग डॉक्टरों के पास जाते हैं, लेकिन समय की कमी के कारण या डॉक्टर के ना होने के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता था।
चिकित्सा व्यवस्था में सुधार
इस पहल से चिकित्सा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। स्वास्थ्य निदेशालय ने मरीजों के हित में यह कदम उठाया है। अब मरीज एक पंजीकरण स्लिप पर अलग-अलग चिकित्सकों से इलाज करवाने के लिए स्वतंत्र होंगे, जिससे उनका समय बर्बाद नहीं होगा। अगर कोई डॉक्टर इस नई व्यवस्था का पालन नहीं करता है और इलाज देने से मना करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान रहेगा।

नई व्यवस्था का उद्देश्य
यह नया आदेश नागरिक अस्पतालों में इलाज की प्रक्रिया को सरल और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से जारी किया गया है। मरीजों को बार-बार पंजीकरण पर्ची बनाने की चिंता से मुक्त किया जाएगा, जिससे उनकी परेशानी कम होगी और अस्पताल में इलाज की प्रक्रिया में भी तेजी आएगी। साथ ही, यह कदम अस्पतालों में इलाज की गति को भी बढ़ाएगा और मरीजों के अनुभव को बेहतर बनाएगा।