Delhi Haryana Metro Corridor: हरियाणा डेस्क: आखिरकार बड़े इंतजार के बाद दिल्ली और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए मेट्रो का नया कॉरिडोर बनने का रास्ता साफ हो गया है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में रिठाला-कुंडली-नाथूपुर मेट्रो कॉरिडोर को स्वीकृति दे दी गई।इससे दिल्ली-हरियाणा के बीच आवागमन पहले से कहीं अधिक आसान और तेज हो जाएगा।
6230 करोड़ में तैयार होगा मेट्रो कॉरिडोर
दिल्ली और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए प्रस्तावित यह मेट्रो कॉरिडोर 26.463 किलोमीटर लंबा होगा। इसकी अनुमानित लागत 6230 करोड़ रुपये है और इसे करीब 4 वर्षों में पूरा किया जाएगा।
यह मेट्रो कॉरिडोर ( Delhi Haryana New Metro Corridor) दिल्ली के रिठाला, बवाना, नरेला से होते हुए हरियाणा के कुंडली और नाथूपुर तक बनेगा। इसकी शुरुआत दिल्ली NCR क्षेत्र में यातायात और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
गाजियाबाद से कुंडली तक सीधी मेट्रो सेवा का सपना साकार होगा
दिल्ली मेट्रो का यह नया कॉरिडोर, मौजूदा रेड लाइन (रिठाला-न्यू बस अड्डा गाजियाबाद) के विस्तार परियोजना के अंतर्गत बनेगा। इसके बनने के बाद उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहीद स्थल से लेकर हरियाणा के कुंडली-नाथूपुर तक सीधे मेट्रो सेवा शुरू होगी। इससे यात्रियों के लिए रोजमर्रा की यात्रा पहले से आसान और सुलभ हो सकेगी।
PM मोदी का बयान: कनेक्टिविटी को लेकर सरकार संकल्पबद्ध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फैसले के बाद X (पूर्व ट्विटर) पर बयान देते हुए कहा कि देशभर में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए हम संकल्पबद्ध हैं। इसी दिशा में हमारी सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के तहत रिठाला-कुंडली कॉरिडोर को स्वीकृति दी है। इससे दिल्ली और हरियाणा के बीच आना-जाना और आसान होगा।
NCR के लोगों की होगी बल्ले-बल्ले
दिल्ली-हरियाणा मेट्रो कॉरिडोर बनने के बाद NCR क्षेत्र में रहने वाले लाखों लोगों को रोजमर्रा की यात्रा में आसानी होगी। लंबे ट्रैफिक जाम से राहत मिलने के साथ ही मेट्रो से यात्रा सुरक्षित और सस्ती भी होगी।
इसके अलावा, यह कॉरिडोर क्षेत्रीय विकास को भी गति देगा, लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा और जीवन स्तर में सुधार की उम्मीद जगाएगा।