HSSC CET New Rules: चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ग्रुप सी और ग्रुप डी पदों की भर्ती के लिए होने वाले कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में बड़ा बदलाव करने जा रही है। इसका मुख्य कारण पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों को समाप्त करने का निर्देश है। इसके अलावा, HSSC CET परीक्षा देने वाले युवाओं की भी मांग थी कि इस प्रक्रिया में बदलाव किया जाए ताकि ज्यादा उम्मीदवारों को अवसर मिल सके।
HSSC CET New Rules:
सामाजिक-आर्थिक मानदंड हटाए जाएंगे
सामाजिक-आर्थिक मानदंड हटाए जाएंगे
हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन में CET से सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों को हटाने का निर्णय लिया है। पहले इस मानदंड के आधार पर उम्मीदवारों को अतिरिक्त अंक मिलते थे, लेकिन अब यह प्रक्रिया समाप्त की जा रही है। यह बदलाव सुनिश्चित करेगा कि सभी उम्मीदवार एक समान मानदंड पर परखे जाएं।
HSSC CET परीक्षा में संशोधन की मांग
उम्मीदवारों की ओर से लंबे समय से यह मांग की जा रही थी कि CET परीक्षा की प्रक्रिया में बदलाव किया जाए। उनका कहना है कि ग्रुप सी और ग्रुप डी पदों के लिए अलग-अलग योग्यताओं के आधार पर परीक्षा आयोजित होनी चाहिए। इसके साथ ही, तकनीकी पदों के लिए भी एक अलग CET होने की आवश्यकता जताई गई है। उम्मीदवारों का कहना है कि एक समान पदों के लिए समान योग्यता का टेस्ट हो, ताकि सभी को बराबर मौका मिल सके।
कॉमर्स ग्रुप के उम्मीदवारों की मांग
कॉमर्स ग्रुप के उम्मीदवारों ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) से मांग की है कि उनके ग्रुप का रिजल्ट जल्द से जल्द घोषित किया जाए। हालांकि, आयोग ने बताया कि LDC पद के रिजल्ट पर रोक है, इसलिए पूरे ग्रुप का रिजल्ट अभी जारी नहीं किया गया है। आयोग ने स्पष्ट किया कि जैसे ही कोर्ट से LDC पद पर लगी रोक हटेगी, रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा।
शॉर्टलिस्टिंग प्रक्रिया में भी बदलाव पर विचार
सरकार HSSC CET पास उम्मीदवारों में से चार गुना उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के मौजूदा प्रावधान में भी बदलाव करने जा रही है। अब यह प्रस्ताव है कि इस संख्या को बढ़ाकर सात गुना किया जाए, ताकि अधिक उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में बैठने का मौका मिल सके। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री के स्तर पर होगा।
नए उम्मीदवारों की बढ़ती संख्या, हर साल CET का आयोजन
हरियाणा सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है कि हर साल CET परीक्षा का आयोजन किया जाए, ताकि जो नए उम्मीदवार योग्य हो रहे हैं, वे भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकें। पिछले तीन वर्षों से CET परीक्षा आयोजित न होने के कारण लाखों युवा इस प्रक्रिया से बाहर हो गए थे।
आयोग ने यह भी बताया कि कुछ उम्मीदवारों की आंसर-की को लेकर शिकायतें थीं, जिनका समाधान कर दिया गया है और संशोधित रिजल्ट भी जारी हो चुका है।
हरियाणा में HSSC CET परीक्षा में प्रस्तावित संशोधन सरकार की ओर से भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उम्मीदवारों की मांगों पर ध्यान देते हुए, सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी को समान अवसर मिले और बिना किसी भेदभाव के योग्य उम्मीदवारों का चयन हो सके।