RBI Real Estate Affect: आरबीआई ने हाल ही में अपनी बैठक में 2 बड़े फैसले किए हैं, जिनका प्रभाव भारतीय रियल एस्टेट बाजार पर भी पड़ेगा। इन फैसलों में रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखना और कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में 50 बेसिस प्वाइंट की कमी शामिल है।
RBI के गवर्नर शशिकांत दास ने शुक्रवार को इन फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि इन उपायों से आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा और रियल एस्टेट बाजार को एक नई दिशा मिलेगी।
RBI के फैसलों का रियल एस्टेट पर प्रभाव
1. रेपो रेट में स्थिरता का प्रभाव
Repo Rate को 6.5% पर बरकरार रखना आर्थिक स्थिरता के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स के अनुसार रेपो रेट का स्थिर रहना किफायती ऋणों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है। इससे रियल एस्टेट बाजार में मांग में वृद्धि होगी। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो रेट के स्थिर रहने से कर्ज लेने की लागत स्थिर बनी रहेगी, जिससे घर खरीदारों और डेवलपर्स को लाभ मिलेगा।
2. कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में कमी से मिलेगा फायदा
RBI ने CRR में 50 बेसिस प्वाइंट की कमी की है। इससे बैंक कर्जों की पेशकश को बढ़ावा देंगे। CRR में कमी से उपभोक्ताओं और डेवलपर्स दोनों के लिए ऋणों की उपलब्धता आसान होगी। इससे रियल एस्टेट में निवेश और प्रॉपर्टी खरीदने में रुचि बढ़ेगी।
विशेषज्ञों की राय
बाजार एक्सपर्ट्स के अनुसार रियल एस्टेट सेक्टर में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि देखी जा रही है। घरों की बढ़ती मांग और अब RBI के इस फैसले से यह और भी मजबूती से आगे बढ़ेगा। रेपो रेट में स्थिरता से रियल एस्टेट सेक्टर नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा। RBI का यह दृष्टिकोण वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए स्थिरता को सुनिश्चित करता है।
उपभोक्ताओं और डेवलपर्स को मिलेगा लाभ
RBI द्वारा रेपो रेट में स्थिरता बनाए रखना उपभोक्ताओं और डेवलपर्स दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा। इससे ऋणों की लागत स्थिर बनी रहेगी, जो खरीदारों के लिए राहत का संकेत है। c में बढ़ती दिलचस्पी के कारण यह फैसला रियल एस्टेट की सकारात्मक बढ़त को बनाए रखेगा।
क्या खरीदारों की उम्मीदें और निवेश बढ़ेंगे?
RBI के इस फैसले से रियल एस्टेट सेक्टर में नए निवेशों और खरीदारों की संख्या में वृद्धि की संभावना है।
रेपो रेट स्थिर रहने से EMI पर कम दबाव आएगा। इससे खासतौर पर हाउसिंग सेगमेंट में अधिक लोग प्रॉपर्टी खरीदने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
RBI द्वारा रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखने और CRR में 50 बेसिस प्वाइंट की कमी से रियल एस्टेट बाजार में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। अब घर खरीदारों के लिए कर्ज लेना आसान होगा।डेवलपर्स को भी प्रोजेक्ट्स में पूंजी लगाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
यह स्पष्ट है कि RBI के फैसलों से न केवल रियल एस्टेट सेक्टर को मजबूती मिलेगी बल्कि आर्थिक स्थिरता भी कायम होगी।