Jind news : हरियाणा बनने के साथ ही अस्तित्व में आए जींद जिला ने 58 साल में हर क्षेत्र में विकास की गाथा लिखी है। अब नए साल 2025 भी जींद के लिए उम्मीदों भरा है। जिला में कई ऐसी बड़ी (jind big project) परियोजनाएं हैं, जो 2025 में या तो पूरी होंगी, या फिर शुरू होंगी। इससे जींद जिला में शिक्षा, स्वास्थ्य व आधारभूत ढांचा का विकास होगा।
जिस प्रकार जींद जिला राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ा है, इससे आने वाले वर्षों में जींद उद्योगों के लिए बड़ा केंद्र बन सकता है। हालांकि अभी तक इस क्षेत्र में जींद जिला पिछड़ा रहा है। अब जींद जिला औद्योगिक क्षेत्र में भी विकास की नई गाथा लिखने को तैयार है।
1 . मेडिकल कालेज (medical college jind :
किसी भी क्षेत्र के लिए वर्तमान समय में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं। विकास की श्रृंखला में अब जींद शहर के साथ लगते हैबतपुर गांव में मेडिकल कालेज का निर्माण चल रहा है। नए साल में मेडिकल कालेज में ओपीडी शुरू करने की तैयार है। इसी कड़ी में यहां चल रहे निर्माण कार्य के तहत भवन तैयार हो चुका है।
ओपीडी (opd) के बाद फिर यहां स्वास्थ्य विज्ञान की पढ़ाई भी शुरू होगी। इससे आने वाले समय में चिकित्सकों की कमी भी पूरी होगी। ऐसे में यह संस्थान जींद जिला के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा। फिलहाल गंभीर मरीजों को रोहतक पीजीआइ या खानपुर मेडिकल कालेज भेजा जाता है। मेडिकल कालेज के पूर्ण रूप से शुरू होने पर क्षेत्र के लोगों को अपने आसपास ही बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी। इसके निर्माण पर करीब 700 करोड़ खर्च होंगे।
2. निडाना व किनाना में बनेगा पीएचसी का भवन
नए साल में जिला का स्वास्थ्य ढांचा काफी मजबूत होगा। इन दोनों भवनों के लिए सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पीएचसी का सही भवन नहीं होने से चिकित्सा सेवा भी बेहतर नहीं मिल पा रही हैं। निडाना पीएचसी के लिए पांच करोड़ रुपये का टेंडर हो चुका है और किनाना में बनने वाले भवन के लिए मुख्यालय में काम चल रहा है। इस साल में दोनों भवनों के निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद यहां चिकित्सकों व मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
3. ग्रामीण क्षेत्र में 21 वेलनेस सेंटर
जिला के ग्रामीण क्षेत्र में भी स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत होंगी। जींद जिला के गांव बराह कलां, पड़ाना, पिंडारा, कालवा-1, खरकगागर, ढाठरथ, नगूरां, सिल्लाखेड़ी, अंटा, बडनपुर, उझाना, पीपलथा, बराह कलां, अलेवा, जुलाना, खरकरामजी, कालवा, जुलाना, उचाना, दनौदा, कंडेला में 21 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नए भवन बनाए जाएंगे।
इन केंद्रों में मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, किशाेर स्वास्थ्य, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कैंसर, अंधत्व, श्रवण बाधित रोग, संचारी रोग प्रबंधन एवं उपचार, गैर संचारी रोग प्रबंधन एवं उपचार, ओरल हेल्थ, मेंटल हेल्थ, योगा और एक्सरसाइज, काउंसिलिंग, स्कूल हेल्थ एजुकेशन, आपात कालीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
4. नहरी पानी से बुझेगी शहर के लोगों की प्यास
58 साल से पेयजल किल्लत झेल रहे जींद शहर को भाखड़ा नहर से पेयजल मिलना है। इसके लिए बड़ौदी गांव में बनने वाले जलघर का निर्माण कार्य नए साल में शुरू होगा। इसके लिए बड़ौदी में 34 एकड़ जमीन में जलघर का निर्माण कार्य नए साल में शुरू होगा। इस पूरी परियोजना पर करीब 400 करोड़ रुपये खर्च होने हैं।
इसके लिए 162 करोड़ रुपये का प्रथम चरण का टेंडर हो चुका है। हालांकि इस परियोजना के पूरा होने में समय लेगेगा, लेकिन 2025 में इस परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा। यह शहर के लिए बहुत ही महत्वकांक्षी परियोजना है।
5. नई वैध हुई कालोनियों में मिलेंगी आधारभूत सुविधाएं
इस साल जींद शहर में सरकार द्वारा 38 नई कालोनियां वैध की गई हैं। इन कालोनियों को नए साल में मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी। इन कालोनियों में 44.75 करोड़ रुपये से विकास की योजना शुरू की गई हैं। नए साल में सभी कालोनियों में शुरू हुए काम पूरे हो जाएंगे। इसमें कालोनियों के लोगों को पक्की सड़क व पानी की निकासी जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी। यह कालोनियां लंबे समय से आबाद हैं, लेकिन अब इनके विकास के लिए योजना बनी है।
6. शहर को मिलेगी जाम से राहत, दो अंडरपास होंगे तैयार
वर्ष 2025 में जींद शहर को दो नए अंडरपास की सुविधा मिलेगी। इसके तहत लघुसचिवालय के पीछे पानीपत रेलवे लाइन पर बन रहे यू-आकार के अंडरपास व देवीलाल चौक अंडरपास पर छोटे अंडरपास का निर्माण शामिल है। इन दोनों पर करीब दस करोड़ रुपये खर्च होने हैं। इसके लिए काम चल रहा है।
नए साल में दोनों अंडरपास का निर्माण पूरा हो जाएगा। फिलहाल शहर में तीन रेलवे फाटक हैं। दो रेलवे फाटक रेलवे जंक्शन के पास हैं, और एक लघु सचिवालय के पीछे। अब लघु सचिवालय के पीछे वाला फाटक भी हट जाएगा। रेलवे जंक्शन के साथ वाले फाटक अधिक लोगों को प्रभावित नहीं कर रहे हैं।
7. राष्ट्रीय राजमार्ग का और अधिक मजबूत होगा नेटवर्क
जींद जिला में राष्ट्रीय राजमार्ग का नेटवर्क काफी मजबूत हुआ है। 152-डी व दिल्ली-कटरा राष्ट्रीय राजमार्ग जैसे हाईवे बन चुके हैं। अब जीद-सोनीपत ग्रीनफील्ड हाईव, दिल्ली पटियाला हाईवे का काम भी अंतिम चरण में है।
नए साल में इन दोनों ही मार्गों का काम पूरा हो जाएगा। इससे जिला के लोगों के लिए आवागमन आसान होगा। दिल्ली पटियाला राष्ट्रीय राजमार्ग की परियोजना करीब 15 साल से अटकी हुई थी, लेकिन अब यह पूरी होनी जा रही है। वहीं जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड हाईवे के शुरू होने से गोहाना रोड पर वाहनों का दबाव कम होगा।
8. जींद-पानीपत रोड (jind panipat road)
जींद के लिए सबसे महत्वपूर्ण मार्गों में शामिल जींद-पानीपत रोड का निर्माण कार्य नए साल में शुरू होगा। इसके लिए केंद्रीय रोड फंड से 700 करोड़ रुपये का फंड मिल चुका है, लेकिन वन विभाग की एनओसी के कारण परियोजना अटकी हुई है। अब जिला प्रशासन ग्राम पंचायतों में वन विभाग के पौधा रोपण के लिए जमीन तलाश कर रहा है।
इसमें कुछ ही कमी बची हुई है। पंचायत विभाग गांवों की जमीन पौध रोपण के लिए ले रहा है। वर्ष 2025 में यह जमीन मिल जाएगी और जींद-पानीपत मार्ग को चार मार्गीय बनने का काम शुरू होगा।
9. 155 गांवों में बढ़ेगी बिजली आपूर्ति
वर्ष 2025 में जिला में बिजली आपूर्ति के क्षेत्र में भी काफी सुधार होगा। बिजली निगम के 19 सब स्टेशनों की 110 करोड़ 14 लाख रुपये की राशि से क्षमता बढ़ाई जानी है। इनमें आठ सब स्टेशन की 30 एमवीए और नौ सब स्टेशन की साढ़े 22 एमवीए क्षमता बढ़ाई जाएगी। जिनमें से 16 सब स्टेशन की क्षमता बढ़ाई जा चुकी है। इन 19 सब स्टेशन के अधीन आने वाले 155 गांवों को फायदा होगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बिजली आपूर्ति का समय बढ़ेगा, वहीं वोल्टेज भी सही रहेगी।
10. जुलाना में बनेगा उपमंडल कार्यालय
वर्ष 2024 में जुलाना उपमंडल को घोषित हो गया, लेकिन यहां उपमंडल स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। इसके तहत अब आधारभूत ढांचा तैयार किया जाना है। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी चल रही है। नए साल में यहां उपपंडल कार्यालय से लेकर लेकर अन्य कार्यालय भी बनाए जाने हैं। इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है। प्रशासनिक स्तर पर यह काम पूरा होने के बाद भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
11. नए लुक में दिखेंगे जींद व नरवाना के रेलवे स्टेशन
नए साल में जींद व नरवाना के रेलवे स्टेशन भी नए लुक में दिखेंगे। अंग्रेजाें के जमाने के बने रेलवे स्टेशनों को अब अृमत भारत योजना के तहत नए रूप में बनाया जा रहा है। दोनों रेलवे स्टेशनों का निर्माण कार्य जून तक पूरा होगा। दोनों रेलवे स्टेशन पर 50 करोड़ रुपये से काम चल रहा है। इसके तहत रेलवे जंक्शन नवीनीकरण के पहले चरण में जंक्शन भवन, अधिकारियों के कार्यालय और यात्रियों की सुविधा के लिए कार्य होने हैं।
इसके बाद फ्यूचर बिल्डिंग, शेड, फुट ओवरब्रिज का निर्माण, स्टोर समेत दूसरे निर्माण दूसरे फेज में किए जाएंगे। जंक्शन का नया भवन शानदार और सुविधाओं से लैस होगा। नवीनीकरण के बाद जंक्शन के नए भवन में यात्रियों को पार्क के साथ-साथ पार्किंग की भी सुविधा मिलेगी। जंक्शन के भवन की लंबाई 30 मीटर से ज्यादा होगी। भवन से बाहर निकलते ही आकर्षक पार्च बनाया जाएगा, जहां तक यात्री अपनी कार भी ले जा सकेगा। प्लेटफार्म पर 200 मीटर लंबा शेड लगाया जाएगा।
12. सीआरएसयू में बनेगी प्रदेश की सबसे आधुनिक लाइब्रेरी
जींद के चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में पुस्तकालय का आधुनिक भवन बन रहा है। यह छह मंजिला भवन बनेगा और दस मंजिल तक बढ़ाया जा सकता है। भूमिगत पार्किंग बनेगी। इसमें ई-बुक के लिए अलग व पीएचडी के लिए अल सेक्शन अलग होगा।
पीएचडी के लिए एक पूरी मंजिल रहेगी। इस पर करीब 70 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह पुस्तकालय प्रदेश में सबसे आधुनिक होगा। यहां बहुद्देशीय रीडिंग रूम बनाए जाएंगे। अगले छह महीने में यह भवन तैयार हो जाएगा।
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