Jind news : जींद : नरवाना क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की नार्मल डिलीवरी न होने पर उनको जींद के नागरिक अस्पताल या प्राइवेट अस्पताल में जाने की आवश्यकता नहीं है। नागरिक अस्पताल (Narwana civil hospital) में सिजेरियन डिलीवरी की सुविधा शुरू हो गई है। इसके लिए महिला चिकित्सक डा. सोनाक्षी की तैनाती हुई है। यह महिला चिकित्सक की अनुसंशा पर सिजेरियन डिलीवरी करवाने के लिए उपस्थित होंगी।
नागरिक अस्पताल में जून, 2023 में नियुक्त महिला चिकित्सक डा. स्पर्शा ने नौकरी छोड़ दी थी। इसके बाद नागरिक अस्पताल में सिजेरियन डिलीवरी होनी बंद हो गई थी। जिसके बाद गर्भवती महिलाओं की नार्मल डिलीवरी नहीं होने की स्थिति में अन्य अस्पतालों में रेफर करना पड़ता था। क्षेत्रवासियों की पिछले काफी समय से मांग थी कि अस्पताल में सिजेरियन डिलीवरी सुविधा हो। अब नागरिक अस्पताल में डा. सोनाक्षी ने 18 माह बाद सेवाएं शुरू की है। सिजेरियन डिलीवरी से गांव सुरजाखेड़ा निवासी महिला सोनिया के बच्चा पैदा करवाया है।

सोनिया सिजेरियन डिलीवरी होने के बाद महिला चिकित्सक की देखरेख में अस्पताल में भर्ती थी। मंगलवार को ही छुट्टी दे दी गई है। अस्पताल के स्टाफ (Narwana civil hospital) के अनुसार नार्मल डिलीवरी न होने पर सिजेरियन डिलीवरी के लिए महिला डाक्टर को बुलाया जाता है। वहीं सिजेरियन डिलीवरी नागरिक अस्पताल में होने पर लोगों का पैसा व समय दोनों बच सकेगा। लेकिन एनेस्थीसिया डाक्टर की भी आवश्यकता है, ताकि गर्भवती महिला के प्रसव के दौरान इसकी सुविधा मिल सके।
Jind news : रात के समय ज्यादा होते हैं डिलीवरी के केस
नागरिक अस्पताल में डिलीवरी के केस ज्यादातर रात के समय ही आते हैं। ऐसे में नार्मल डिलीवरी तो करवा ली जाती है, लेकिन इस दौरान गर्भवती महिला की सिजेरियन डिलीवरी होनी होती है, तो स्टाफ नर्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सिजेरियन डिलीवरी करवाने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक को बुलाना पड़ेगा। वहीं लोगों की मांग है कि सिजेरियन डिलीवरी के लिए नियमित चिकित्सक की नियुक्ति हो, ताकि गर्भवती महिला को दिक्कत नहीं आए।
नागरिक अस्पताल (Narwana sarkari hospital) में सिजेरियन डिलीवरी करवाने वाली महिला चिकित्सक आन काल पर आती हैं, यह मामला संज्ञान में आया है। इस बारे में सिविल सर्जन से बात की जाएगी और नियमित चिकित्सक की नियुक्ति हो, इसका प्रयास किया जाएगा। गर्भवती महिलाओं व उनके स्वजनों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
कृष्ण बेदी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री