MBBS OR BAMS: भारत में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए 12वीं कक्षा के बाद MBBS (बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी) और BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी) के बीच का अंतर समझना बेहद महत्वपूर्ण है। यह जानकारी न केवल उन्हें सही करियर विकल्प चुनने में मदद करेगी, बल्कि उन्हें मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को भी स्पष्ट करेगी।
MBBS OR BAMS: एमबीबीएस और बीएएमएस के बीच प्रमुख अंतर
1. मेडिकल कोर्स सिलेबस: MBBS कोर्स एलोपैथिक ट्रीटमेंट पर केंद्रित है, जबकि BAMS आयुर्वेदिक चिकित्सा पर ध्यान देता है।
2. अध्ययन की अवधि: दोनों पाठ्यक्रमों की अवधि 5.5 साल होती है, हालाँकि कुछ मेडिकल कॉलेजों में यह भिन्न भी हो सकती है।
3. मेडिकल प्रवेश परीक्षा: MBBS में एडमिशन के लिए NEET परीक्षा में अच्छे अंक लाना अनिवार्य है, जबकि BAMS में प्रवेश के लिए अपेक्षाकृत कम स्कोर भी मान्य हो सकते हैं या बिना NEET के भी कई कॉलेज में एडमिशन हो जाता है ।
4. चिकित्सा पद्धति: MBBS एलोपैथिक पद्धति पर आधारित है, जबकि BAMS आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति पर आधारित है।
5. पाठ्यक्रम की संरचना: MBBS में एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, और पैथोलॉजी जैसे विषय शामिल होते हैं। वहीं, BAMS में आयुर्वेद के सिद्धांत, अल्केमी, अगदतंत्र, और सर्जिकल सिस्टम जैसे विषय शामिल हैं।
6. चिकित्सा क्षेत्र: MBBS स्नातक एलोपैथिक चिकित्सा में कार्य करते हैं, जबकि BAMS स्नातक आयुर्वेदिक चिकित्सा में विशेषज्ञता प्राप्त करते हैं।
7. व्यावसायिक अवसर: MBBS ग्रेजुएट के लिए करियर के अधिक विकल्प उपलब्ध होते हैं, जबकि BAMS GRADUATES के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा में विशिष्ट अवसर होते हैं।
8. वेतन: MBBS डॉक्टरों की सैलरी आमतौर पर BAMS स्नातकों की तुलना में अधिक होती है।
9. मेडिकल रिसर्च: MBBS डॉक्टर एलोपैथिक मेडिकल रिसर्च में भाग ले सकते हैं, जबकि BAMS स्नातक आयुर्वेदिक चिकित्सा अनुसंधान में सक्रिय रहते हैं।
10. चिकित्सा शिक्षा: MBBS ग्रेजुएट्स को एलोपैथी के बारे में शिक्षित किया जाता है, जबकि BAMS स्नातकों को आयुर्वेदिक चिकित्सा के सिद्धांतों से अवगत कराया जाता है।
छात्रों को अपने करियर की दिशा निर्धारित करने से पहले MBBS OR BAMS के बीच के अंतर को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए। सही विकल्प का चुनाव उनके भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यदि आप आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं, तो MBBS एक बेहतर विकल्प हो सकता है। वहीं, यदि आपकी रुचि आयुर्वेदिक चिकित्सा में है, तो BAMS आपके लिए उपयुक्त रहेगा। सही निर्णय लेने के लिए आवश्यक जानकारी का होना अत्यंत आवश्यक है।