RBI Repo Rate: नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने रेपो रेट को 6.5% पर बरकरार रखा है, जिससे मौजूदा लोन की EMI में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी और लोन महंगे नहीं होंगे। यह फैसला RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक में लिया गया, जो हर 2 महीने में होती है। इस फैसले से लोन ग्राहकों को राहत मिलेगी, लेकिन RBI ने महंगाई में वृद्धि और GDP ग्रोथ में कमी की आशंका भी जताई है। इस कारण, अगले वित्तीय वर्ष के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान 7.2% से घटाकर 6.6% कर दिया गया है।
RBI के फैसले से आम आदमी को क्या फायदा हुआ?
1. लोन ग्राहकों के लिए: ब्याज दरों को 6.5% पर बनाए रखा गया, जिससे लोन महंगे नहीं होंगे और मौजूदा Loan की EMI पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
2. किसानों के लिए: कोलेटरल फ्री एग्रीकल्चरल लोन की सीमा 1.6 लाख रुपए से बढ़ाकर 2 लाख रुपए प्रति उधारकर्ता कर दी गई है।
3. UPI ग्राहकों के लिए: अब स्मॉल फाइनेंस बैंकों को भी UPI पर क्रेडिट लाइन की सुविधा दी गई है, जिससे अकाउंट में पैसा न होने पर भी भुगतान किया जा सकता है।
4. बैंकों के लिए: RBI ने बैंकों के लिए अनिवार्य कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) को 4.5% से घटाकर 4% कर दिया है, जिससे बैंकों के पास ज्यादा नकदी होगी, जिसे वे लोन देने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
आर्थिक ग्रोथ पर असर: RBI ने देश की आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक नजरिया बनाए रखा है, हालांकि महंगाई और कुछ बाहरी चुनौतियां चिंता का कारण हैं।