Worst Traffic Cities In The World: दुनिया के सबसे खराब ट्रैफिक वाले 28 शहरों की लिस्ट, देखिए भारत के कौन से शहर हैं शामिल

Anita Khatkar
3 Min Read

Worst Traffic Cities In The World: दुनिया भर में ट्रैफिक की समस्या कई शहरों को प्रभावित करती है। हाल ही में ट्रैफिक इंडेक्स द्वारा जारी किए गए एक रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 26 से नवंबर 25, 2024 तक के आंकड़ों के आधार पर दुनिया के सबसे खराब ट्रैफिक वाले 28 शहरों की लिस्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में केवल वे शहर शामिल किए गए हैं, जिनकी जनसंख्या 5 लाख से अधिक है।

Worst Traffic Cities In The World: दुनिया के सबसे खराब ट्रैफिक वाले शहर:

1. लंदन (UK)

2. बुचारेस्ट (रोमेनिया)

3. मेक्सिको सिटी (मेक्सिको)

4. तेहरान (ईरान)

5. पेरिस (फ्रांस)

6. न्यू यॉर्क सिटी (USA)

7. डबलिन (आयरलैंड)

8. बुडापेस्ट (हंगरी)

9. हैदराबाद (भारत)

10. क्राकोव (पोलैंड)

11. साओ पाओलो (ब्राज़ील)

12. लीमा (पेरू)

13. मॉस्को (रूस)

14. बैंकॉक (थाईलैंड)

15. इस्तांबुल (तुर्की)

16. मुंबई (भारत)

17. मिलान (इटली)

18. एथेंस (ग्रीस)

19. नई दिल्ली (भारत)

20. जकार्ता (इंडोनेशिया)

21. सेंट पीटर्सबर्ग (रूस)

22. ब्रसेल्स (बेल्जियम)

23. टोक्यो (जापान)

24. लागोस (नाइजीरिया)

25. हैम्बर्ग (जर्मनी)

26. मैड्रिड (स्पेन)

27. स्टॉकहोम (स्वीडन)

28. लाहौर (पाकिस्तान)

यह रिपोर्ट ट्रैफिक जाम की गंभीरता और शहरों के यातायात दबाव को दर्शाती है। कई शहरों में लगातार ट्रैफिक की समस्या बढ़ रही है, जिससे न केवल समय की बर्बादी हो रही है, बल्कि पर्यावरण पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है।

शहरों में ट्रैफिक समस्याओं के क्या कारण हैं?

इन शहरों में ट्रैफिक की समस्याओं के कई कारण हैं, जिनमें अत्यधिक जनसंख्या, खराब सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था और रोड़ इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी प्रमुख कारण हैं। इसके अलावा, बढ़ती कारों की संख्या और नालियों की खराब स्थिति भी समस्याओं को बढ़ा रही है।

Worst Traffic Cities In The World: दुनिया के सबसे खराब ट्रैफिक वाले 28 शहरों की लिस्ट, देखिए भारत के कौन से शहर हैं शामिल
Worst Traffic Cities In The World: दुनिया के सबसे खराब ट्रैफिक वाले 28 शहरों की लिस्ट, देखिए भारत के कौन से शहर हैं शामिल

समाधान क्या हो सकते हैं?

विशेषज्ञों का कहना है कि बेहतर सार्वजनिक परिवहन, साइकलिंग ट्रैक और सड़कों की बेहतरी इस समस्या को हल करने में मदद कर सकते हैं। कई शहरों में सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने की कोशिशें भी शुरू हो चुकी हैं, ताकि लोग निजी वाहन के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।

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