Pan Card: नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने 25 नवंबर को QR कोड फीचर से लैस Pan 2.0 लॉन्च करने की घोषणा की थी। यह कदम पुराने Pan Card की खामियों को दूर करने और वित्तीय डेटा की सुरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह नया Pan Card न सिर्फ ज्यादा सुरक्षित होगा बल्कि डिजिटलीकरण के दौर में टैक्स और वित्तीय लेनदेन को अधिक आसान बनाएगा।
नए पैन कार्ड की जरूरत क्यों?
वर्तमान में भारत में लगभग 78 करोड़ Pan Card धारक हैं। पुराने पैन कार्ड (PAN 1.0) के 1972 से उपयोग में आने के बावजूद इसमें सुरक्षा खामियां थीं। पहचान चोरी, फर्जीवाड़ा और पुराने सॉफ़्टवेयर के कारण वित्तीय गड़बड़ियां बढ़ रही थीं। सरकार ने इन समस्याओं को हल करने के लिए 1,435 करोड़ रुपए की लागत से PAN 2.0 लॉन्च किया।
PAN 2.0 के फीचर्स और फायदे क्या हैं?
1. QR CODE सुरक्षा फीचर:
क्यूआर कोड PAN होल्डर के नाम और नंबर को एन्क्रिप्ट करेगा। इसकी स्कैनिंग से तुरंत वैरिफिकेशन संभव होगा।
2. डिजिटलाइजेशन:
नया Pan Card केवल डिजिटल रूप में मिलेगा। फिजिकल कार्ड का झंझट खत्म होगा और फर्जीवाड़ा रोका जा सकेगा।
3. आधार से अनिवार्य लिंकिंग:
Pan Card को आधार से जोड़ना अनिवार्य होगा। इससे TAX चोरी रोकने और ट्रैकिंग में आसानी होगी।
4. एडवांस टेक्नोलॉजी:
नए सॉफ्टवेयर और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर से टैक्सपेयर्स के DATA को सुरक्षित और आसानी से प्रबंधित किया जाएगा।
पुराने Pan Card का क्या होगा?
पुराने Pan Card बंद नहीं होंगे, लेकिन PAN 2.0 बनते ही इन्हें धीरे-धीरे बदल दिया जाएगा। पुराने पैन धारकों को सिर्फ आधार से लिंक करना होगा। पैन नंबर वही रहेगा, केवल कार्ड अपडेट होगा।
PAN 2.0 कैसे मिलेगा?
PAN 2.0 इनकम टैक्स की वेबसाइट, UTIITSL और NSDL से PDF फॉर्मेट में डाउनलोड किया जा सकेगा।
यह डिजिटल कार्ड पूरी तरह वैध होगा और फोन या कंप्यूटर में स्टोर किया जा सकेगा।
PAN CARD 2.0 का महत्व
1. सिंगल डिजिटल ID:
PAN 2.0 को यूनिवर्सल ID की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा।
2. डेटा सुरक्षा और पारदर्शिता:
QR CODE और AADHAR लिंकिंग से DATA की चोरी और गलत उपयोग रोकना आसान होगा।
3. कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर:
CBI मिशन के तहत, कंपनियों के लिए PAN, TAN और TIN एक ही कार्ड में शामिल होंगे।
4. आधिकारिक उपयोग में सहूलियत:
टैक्स फाइलिंग, वित्तीय लेनदेन और सरकारी योजनाओं में इसका उपयोग और अधिक आसान हो जाएगा।
क्या होगा अगर PAN 2.0 नहीं बनवाया?
अगर PAN 2.0 अपडेट नहीं किया गया, तो टैक्स फाइलिंग, बैंकिंग लेनदेन, विदेश यात्रा, क्रेडिट कार्ड आवेदन आदि में रुकावट आ सकती है। पैन नंबर को आधार से लिंक न करने पर पुराना Pan Card अवैध हो सकता है।
Pan 2.0 से टैक्सपेयर्स के फायदे
1. रजिस्ट्रेशन और वैरिफिकेशन आसान।
2. डेटा की सुरक्षा और सटीकता में वृद्धि।
3. पेपरवर्क की जरूरत कम होगी।
4. यूनिफाइड पोर्टल से सभी टैक्स से जुड़ी समस्याओं का समाधान।
Pan Card Types: पैन कार्ड के प्रकार
1. P कैटेगरी: इंडिविजुअल के लिए
2. HUF कैटेगरी: संयुक्त परिवार के लिए
3. C कैटेगरी: कंपनियों के लिए
4. F कैटेगरी: पार्टनरशिप फर्म के लिए
5. G कैटेगरी: सरकारी विभागों के लिए
6. T कैटेगरी: ट्रस्ट के लिए
7. A और B कैटेगरी: एसोसिएशन और अन्य ग्रुप्स के लिए
8. विदेशी नागरिकों और कंपनियों को भी अलग-अलग कैटेगरी के Pan Card मिलते हैं।
Pan 2.0 का उद्देश्य सुरक्षा, पारदर्शिता और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना है। QR कोड और आधार लिंकिंग जैसे फीचर्स इसे भविष्य के टैक्स और वित्तीय सिस्टम का अभिन्न हिस्सा बनाएंगे। टैक्सपेयर्स को इसे अपडेट करवाने की सलाह दी गई है।