Petrol-Diesel Price Cut: नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत की उम्मीद कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने कच्चे तेल, विमानन ईंधन (ATF) और पेट्रोल-डीजल के निर्यात पर लगाए गए विंडफॉल टैक्स (अप्रत्याशित लाभ कर) को पूरी तरह से हटा दिया है। इस फैसले से तेल कंपनियों को बड़ी राहत मिलने के साथ-साथ आम जनता को भी इसका फायदा मिल सकता है, क्योंकि पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम होने की संभावना है।
सरकार ने क्यों लिया यह फैसला?
सोमवार को राज्यसभा में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में स्थिरता आने के बाद यह निर्णय लिया गया है। अब कच्चे तेल पर कंपनियों को निर्यात शुल्क नहीं देना पड़ेगा। इससे तेल कंपनियों जैसे रिलायंस और ONGC को लाभ होगा, जो कच्चे तेल को कम कीमत पर खरीद पाएंगी।
संभावना: पेट्रोल-डीजल हो सकता है सस्ता
विशेषज्ञों के अनुसार, जब तेल कंपनियों को सस्ता कच्चा तेल मिलेगा, तो उन पर पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम करने का दबाव बनेगा। ऐसे में आम जनता को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट का लाभ मिल सकता है।
क्या है विंडफॉल टैक्स?
Windfall Tax 2022 में उस समय लागू किया गया जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें तेजी से बढ़ी थीं। इसका उद्देश्य तेल कंपनियों के अप्रत्याशित मुनाफे पर नियंत्रण करना और घरेलू बाजार में तेल की आपूर्ति सुनिश्चित करना था।
टैक्स दरें:
कच्चे तेल पर: ₹23,250 प्रति टन
विमानन ईंधन (ATF) पर भी अलग-अलग दरें निर्धारित थीं।
सरकार को विंडफॉल टैक्स से कितना राजस्व मिला?
2022: ₹25,000 करोड़
2023: ₹13,000 करोड़
2024: ₹6,000 करोड़
तेल कंपनियों को कैसे होगा फायदा?
विंडफॉल टैक्स हटाने से रिलायंस और ONGC जैसी कंपनियों को भारी लाभ होगा। कच्चे तेल पर लगने वाले निर्यात शुल्क के खत्म होने से कंपनियों की लागत घटेगी, जिससे मुनाफे में इजाफा होगा।
आम जनता को कैसे मिलेगा लाभ?
तेल कंपनियों की लागत घटने से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी का रास्ता साफ हो सकता है। इससे न केवल ईंधन सस्ता होगा, बल्कि परिवहन और अन्य सेवाओं के खर्चों में भी कमी आएगी, जो आम आदमी की जेब पर सकारात्मक असर डालेगा।
आगे का रास्ता
सरकार का यह फैसला न केवल तेल कंपनियों को राहत देगा, बल्कि आम जनता के लिए भी यह एक बड़ा तोहफा साबित हो सकता है। अगर पेट्रोल-डीजल के दाम कम होते हैं, तो इसका सीधा असर महंगाई पर पड़ेगा, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।