Mahabharat Circuit Tourism: कुरुक्षेत्र: केंद्र सरकार ने रामायण और कृष्णा सर्किट के बाद महाभारत सर्किट विकसित करने की योजना बनाई है। इस सर्किट में हरियाणा के 48 कोस क्षेत्र के 182 तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। स्वदेश दर्शन योजना के तहत यह कदम देशभर के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को विश्व पटल पर नई पहचान दिलाने की दिशा में उठाया जा रहा है।
राज्यसभा सदस्य किरण चौधरी ने हरियाणा में पर्यटन को बढ़ावा देने और विशेष रूप से महाभारत सर्किट के विकास पर केंद्र सरकार से जानकारी मांगी। उन्होंने पर्यटन सर्किटों के जीर्णोद्धार पर खर्च की गई राशि का ब्योरा भी मांगा। इसके जवाब में केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय विभिन्न योजनाओं और अभियानों के तहत राज्य सरकार की सहायता करता है।
Heritage Tourism in Haryana: महाभारत सर्किट का महत्व
महाभारत सर्किट, हरियाणा के कुरुक्षेत्र क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक और पौराणिक स्थलों को शामिल करेगा, जो महाभारत काल के गौरवशाली इतिहास से जुड़े हैं। 48 कोस का दायरा (48 Kos Pilgrimage Development) पौराणिक महाभारत की प्रमुख घटनाओं और स्थलों का केंद्र है। कुरुक्षेत्र के धर्माचार्य लंबे समय से इन स्थलों के संरक्षण और प्रचार-प्रसार की मांग कर रहे हैं।
केंद्र सरकार की योजनाएं और योगदान
केंद्र सरकार ने देशभर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं:
1. स्वदेश दर्शन योजना: देशभर के तीर्थ स्थलों के विकास के लिए।
2. तीर्थ स्थल जीर्णोद्धार योजना: धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करने के लिए।
3. आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान: भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को बढ़ावा देना।
सूरजकुंड मेले को नई पहचान
इसके अलावा, केंद्र सरकार ने हरियाणा के सूरजकुंड मेले को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। यह मेला हरियाणा की संस्कृति और परंपरा को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करता है।
महाभारत सर्किट का संभावित प्रभाव
महाभारत सर्किट से हरियाणा के पर्यटन स्थलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण भी होगा। इससे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में वृद्धि। महाभारत सर्किट का विकास हरियाणा के धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास को जीवंत बनाए रखने के साथ-साथ, क्षेत्र में पर्यटन उद्योग के लिए एक नई राह खोलेगा।