Health Update : ब्लड प्रेशर हमारे शरीर के स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण मापदंड (Hypertension or blood pressure) है। यह मापता है कि हमारे शरीर की धमनियों में रक्त कितनी तेज़ी से बह रहा है और दिल के लिए काम कितना कठिन हो रहा है। सामान्य ब्लड प्रेशर होना हृदय और अन्य अंगों के सही कार्य के लिए आवश्यक है। अगर ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ जाए, तो यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य गंभीर स्थितियों का कारण बन सकता है। आइए समझते हैं कि ब्लड प्रेशर क्यों और कैसे अचानक बढ़ सकता है और इसे नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
ब्लड प्रेशर के प्रकार और सामान्य रेंज (Hypertension or blood pressure) :
– सामान्य ब्लड प्रेशर: 120/80 mm Hg से कम को सामान्य माना जाता है।
– Elevated BP : अगर ऊपरी संख्या 120 से 129 mm Hg के बीच और निचली संख्या 80 mm Hg से कम हो, तो इसे उन्नत ब्लड प्रेशर कहा जाता है।
– स्टेज 1 हाइपरटेंशन : जब ऊपरी संख्या 130 से 139 mm Hg के बीच या निचली संख्या 80 से 89 mm Hg हो, तो इसे स्टेज 1 हाइपरटेंशन माना जाता है।
– स्टेज 2 हाइपरटेंशन: 140/90 mm Hg या उससे ज्यादा का ब्लड प्रेशर स्टेज 2 हाइपरटेंशन कहलाता है।
– हाइपरटेंसिव इमरजेंसी (Hypertensive Crisis): जब ब्लड प्रेशर 180/120 mm Hg से अधिक हो जाए, तो यह एक आपातकालीन स्थिति होती है और त्वरित मेडिकल सहायता (Health Update) की जरूरत होती है।
Health Update : ब्लड प्रेशर अचानक क्यों बढ़ता है? Sudden Blood Pressure hike/ Spikes?
1. अत्यधिक वर्कआउट करना: जब आप भारी व्यायाम करते हैं, तो दिल को तेजी से रक्त पंप करना पड़ता है। इसके कारण आर्टरीज पर दबाव बढ़ता है और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। हालांकि यह असर अस्थाई होता है, लेकिन अगर आपको पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर है, तो वर्कआउट करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
2. कैफीन का सेवन: कैफीन, चाहे वह Coffee में हो या Tea में, ब्लड प्रेशर को अचानक बढ़ा सकता है। यह तत्व शरीर में प्रवेश करते ही ब्लड प्रेशर को ऊपर ले जाता है। खासकर जिन्हें पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, उन्हें कैफीन का सेवन कम या बंद कर देना चाहिए।
3. तनाव और चिंता: जब हम तनाव में होते हैं, तो शरीर में कुछ हार्मोन रिलीज होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं। लंबे समय तक Stress में रहना स्थाई हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है।
4. डिहाइड्रेशन: जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो रक्त गाढ़ा होने लगता है, जिससे दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसलिए Hydrated रहना जरूरी है, खासकर गर्मियों में।
5. तीव्र दर्द : अचानक हुए गंभीर दर्द से भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। जब शरीर में कोई तीव्र दर्द होता है, तो इम्यून सिस्टम सक्रिय हो जाता है और इससे तनाव के हार्मोन रिलीज होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं।
Health Update : हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण : Symptoms of High Blood Pressure
हाई ब्लड प्रेशर को “साइलेंट किलर”( silent killer) भी कहा जाता है क्योंकि अधिकांश लोगों में इसके कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते। लेकिन कुछ लोगों में निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं:
– सिरदर्द
– सांस की कमी
– घबराहट
– बालों का झड़ना
– नाक से खून बहना
हाइपरटेंशन के प्रकार (Types of Hypertension)
Primary Hypertension : अधिकतर वयस्कों में प्राइमरी हाइपरटेंशन का कोई स्पष्ट कारण नहीं होता। यह समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है और आर्टरीज में प्लाक जमने ( Plaque accumulation in arteries ) से खतरा बढ़ जाता है।
Secondary Hypertension:यह प्रकार किसी Underlying health problem के कारण होता है। जैसे कि एड्रेनल ग्लैंड के ट्यूमर, किडनी की बीमारी आदि।
Health Update : ब्लड प्रेशर बढ़ने के प्रमुख जोखिम Risk Factors for High Blood Pressure
– उम्र:उम्र के साथ ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा बढ़ता है।
– फैमिली हेल्थ हिस्ट्री:अगर परिवार में किसी को ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो आपके लिए खतरा बढ़ सकता है।
– मोटापा:अधिक वजन से धमनियों में परिवर्तन होता है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं।
– धूम्रपान और तंबाकू का सेवन: ये धमनियों को नुकसान पहुंचाते हैं और ब्लड प्रेशर को टेंपरेरी रूप से बढ़ा सकते हैं।
– अत्यधिक नमक का सेवन: ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी रुकता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
– अत्यधिक शराब का सेवन: शराब का अत्यधिक सेवन भी ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, खासकर पुरुषों में।
– लंबी बीमारियां: जैसे कि किडनी की बीमारी, मधुमेह ।
Health Update: अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर के परिणाम : Complications of Uncontrolled High Blood Pressure
– दिल का दौरा और स्ट्रोक: हाई ब्लड प्रेशर से धमनियां कठोर हो जाती हैं, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
Blood vessel : बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर रक्त वाहिका को कमजोर कर सकता है ।
– Heart Failure: जब दिल को रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, तो दिल की मांसपेशियां मोटी हो जाती हैं, जिससे हार्ट फेल हो सकती है।
Health Update: ऐसे करवाएं जांच और परीक्षण (Tests and Diagnosis)
हाई ब्लड प्रेशर की पुष्टि के लिए कई प्रकार के टेस्ट किए जा सकते हैं, जैसे:
– मॉनिटरिंग: 24 घंटे तक ब्लड प्रेशर की निगरानी करने के लिए।
– लैब टेस्ट: किडनी, लिवर और थायरॉइड,केलोस्ट्रोल की जांच के लिए।
– ECG- इकोकार्डियोग्राम: दिल की धड़कन और वाल्व के काम को जानने के लिए।
High blood pressure prevention and treatment : हाई ब्लड प्रेशर इलाज और बचाव
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव और दवाओं का सहारा लिया जा सकता है:
– स्वस्थ आहार: कम नमक और वसा युक्त आहार।
– नियमित व्यायाम: हर दिन 30 से 40 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी।
– वजन नियंत्रण: स्वस्थ वजन बनाए रखना।
– शराब का सेवन कम करना:अधिक शराब पीने से बचें।
– धूम्रपान छोड़ना:तंबाकू के किसी भी रूप से बचें।
अगर जीवनशैली में बदलाव से ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं होता, तो डॉक्टर दवाओं का सुझाव दे सकते हैं। दवाओं का चयन आपकी स्थिति और ब्लड प्रेशर के स्तर पर निर्भर करता है।
ब्लड प्रेशर का अचानक बढ़ना एक गंभीर समस्या हो सकती है। इसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक (Health Update) साबित हो सकता है। नियमित जांच, संतुलित जीवनशैली और समय पर इलाज से आप इस समस्या को काबू में रख सकते हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, तनाव से बचें और डॉक्टर की सलाह का पालन करें ताकि आप ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकें और एक स्वस्थ जीवन जी सकें।अधिक जानकारी के लिए सबसे पहले हमेशा अपने डॉक्टर से बात करें ।