HMPV: भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (Human Metapneumovirus – HMPV) के मामलों की पुष्टि हो चुकी है। कर्नाटक और गुजरात में इस खतरनाक वायरस से संक्रमित मरीज मिले हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। यह HMPV वायरस चीन में तेजी से फैल रहा है और हजारों लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं, जिससे अस्पतालों में भारी भीड़ देखी जा रही है।
क्या है HMPV वायरस?
HMPV एक सांस संबंधी वायरस है, जो बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह कोरोना वायरस (COVID-19) की तरह ही फेफड़ों और श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है।

HMPV Virus के लक्षण और प्रभाव
HMPV के लक्षण कोरोना वायरस जैसे ही हैं, जिनमें बुखार, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं शामिल हैं। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस वायरस की मृत्यु दर बहुत कम है, लेकिन बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
HMPV को लेकर दिल्ली में एडवाइजरी जारी
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने HMPV वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी की है। अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के मामलों की रिपोर्ट तुरंत दें। साथ ही, सरकारी और निजी अस्पतालों में एंटी-वायरल दवाओं और ऑक्सीजन सपोर्ट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या भारत में फिर से लगेगा लॉकडाउन?
चीन में HMPV के मामलों में भारी उछाल देखने को मिला है, लेकिन भारत में अब तक इस वायरस के मामले सीमित संख्या में ही सामने आए हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि संक्रमण तेजी से बढ़ता है, तो सरकार सख्त पाबंदियां लागू कर सकती है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए चेतावनी
डॉक्टरों का कहना है कि HMPV छोटे बच्चों और बुजुर्गों को अधिक प्रभावित कर सकता है। बच्चों में यह वायरस ब्रोंकोप्न्यूमोनिया जैसी गंभीर समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए यदि बच्चों में कोई सांस से जुड़ी दिक्कत दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
कैसे करें बचाव?
मास्क पहनें और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें। हाथ धोते रहें और व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें। संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें और अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखें।
HMPV वायरस भारत में दस्तक दे चुका है, लेकिन अभी घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि, चीन में जिस तरह से यह वायरस फैला है, उसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।