MSP Hike: खरीफ फसलों की MSP में बढ़ोतरी: बाजरा समेत 9 फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि, देखें नई दरें

Anita Khatkar
By Anita Khatkar
MSP Hike: खरीफ फसलों की MSP में बढ़ोतरी: बाजरा समेत 9 फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि, देखें नई दरें
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MSP Hike: देशभर में खरीफ की फसलें लगभग तैयार हैं और किसानों द्वारा कटाई का काम तेजी से चल रहा है। ऐसे में किसानों के लिए सबसे बड़ा सवाल यह रहता है कि उन्हें अपनी फसल का उचित दाम मिलेगा या नहीं। इस चिंता का समाधान करते हुए केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन 2024-25 के लिए फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की है। इससे किसानों को उनकी फसलों का सही मूल्य मिल सकेगा।

MSP Hike: MSP में इजाफा, मूंगफली, बाजरा और दलहन की दरें बढ़ीं

केंद्र सरकार ने इस साल खरीफ फसलों की MSP में उल्लेखनीय वृद्धि की है। बाजरे का समर्थन मूल्य 125 रुपए की बढ़ोतरी के साथ 2625 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। हालांकि, अभी तक बाजरे की खरीद MSP पर होगी या नहीं, इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। मूंग की MSP 124 रुपए बढ़ाकर 8682 रुपए प्रति क्विंटल कर दी गई है, जबकि मूंगफली की MSP 406 रुपए बढ़ाकर 6783 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है।

दलहन फसलों में तुअर दाल (अरहर) की MSP 7550 रुपए प्रति क्विंटल की गई है, जो पिछले साल से 550 रुपए अधिक है। वहीं मक्का की MSP 135 रुपए की वृद्धि के साथ 2225 रुपए प्रति क्विंटल तय की गई है।

इस वर्ष मूंग का समर्थन मूल्य 8682 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि पिछले वर्ष यह 8558 रुपए था। उड़द की MSP 7400 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है, जो पिछले वर्ष 6950 रुपए थी। मूँगफली का समर्थन मूल्य बढ़कर 6783 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है, जबकि पिछले वर्ष यह 6377 रुपए था। सोयाबीन की MSP 4892 रुपए प्रति क्विंटल, जो पिछले वर्ष 4600 रुपए थी, ज्वार हाइब्रिड की MSP 3371 रुपए और ज्वार की 3421 रुपए है, जबकि पिछले वर्ष ये क्रमशः 3180 रुपए और 3225 रुपए थीं।

बाजरे का समर्थन मूल्य 2625 रुपए प्रति क्विंटल और मक्का का 2225 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि पिछले वर्ष ये 2500 रुपए और 2090 रुपए थीं। अरहर/तुअर की MSP 7550 रुपए प्रति क्विंटल है, जो पिछले वर्ष 7000 रुपए थी। इस प्रकार, विभिन्न फसलों के लिए MSP में वृद्धि से किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य मिलने की उम्मीद है।

MSP Hike: राजस्थान में MSP पर नहीं होती बाजरे की खरीद

हालांकि राजस्थान सरकार हर साल बाजरे का समर्थन मूल्य घोषित करती है, लेकिन राज्य में MSP पर बाजरे की खरीद नहीं होती। यह स्थिति तब है जब राजस्थान देश का सबसे बड़ा बाजरा उत्पादक राज्य है।

MSP Hike: खरीफ फसलों की MSP में बढ़ोतरी: बाजरा समेत 9 फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि, देखें नई दरें
MSP Hike: खरीफ फसलों की MSP में बढ़ोतरी: बाजरा समेत 9 फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि, देखें नई दरें

सीकर जिले में करीब 2.50 लाख हेक्टेयर भूमि पर बाजरे की खेती होती है। वहीं मूंग का रकबा 60 हजार हेक्टेयर और मूंगफली का रकबा 30 हजार हेक्टेयर है। इसके बावजूद, किसानों को MSP पर बाजरे की खरीद का लाभ नहीं मिल पाता। दूसरी ओर, पंजाब और हरियाणा में स्थानीय सरकारें बाजरे की खरीद MSP पर करती हैं, जिससे राजस्थान के व्यापारी वहां के किसानों का लाभ उठाते हैं।

किसानों की मांग है कि राजस्थान में भी बाजरे की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होनी चाहिए ताकि उन्हें उनकी फसल का सही मूल्य मिल सके।

MSP Hike: किसानों के हित में बड़ा कदम

केंद्र सरकार द्वारा खरीफ फसलों की MSP में बढ़ोतरी से किसानों को अपनी फसल का बेहतर मूल्य मिलने की उम्मीद है। हालांकि, कुछ फसलों की MSP पर खरीद की स्पष्टता अभी बाकी है, लेकिन यह कदम किसानों के हित में उठाया गया एक सकारात्मक प्रयास है।

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