America ke presidential chunav ki cost: अमेरिका और ब्रिटेन में चुनावी खर्च के आंकड़े भारत से कैसे भिन्न हैं? जानिए कैसे हैं खर्च के पैमाने

America ke presidential chunav ki cost: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर को होने वाले हैं, जिसमें डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इस चुनाव में प्रचार के लिए धन की बाढ़ सी आ गई है, जो चुनावी प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा है। वहीं, भारत में भी चुनावी खर्च बढ़ता जा रहा है, लेकिन अमेरिका और ब्रिटेन की तुलना में इसके पैमाने में बड़ा अंतर है।

America ke presidential chunav ki cost: चुनावी खर्च का अनुमान

अमेरिका में इस बार होने वाले राष्ट्रपति और कांग्रेस चुनावों में कुल खर्च 16 बिलियन डॉलर (लगभग 1 लाख 37 हजार करोड़ रुपये) का होने का अनुमान है। यह राशि सुनकर ही समझ में आता है कि अमेरिका का चुनावी खर्च कितना विशाल है। वहीं, भारत में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने लगभग 1 लाख करोड़ रुपये खर्च किए।

America ke presidential chunav ki cost: सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज के एक अध्ययन के अनुसार, भारतीय चुनावों में खर्च बढ़ता जा रहा है। भारत के लिए यह चुनावी खर्च अपने इतिहास का सबसे महंगा चुनाव था। भारतीय चुनाव आयोग द्वारा उम्मीदवारों के लिए तय खर्च की सीमा है, जिसके तहत छोटे राज्यों में 75 लाख रुपये और बड़े राज्यों में 95 लाख रुपये तक खर्च किए जा सकते हैं।

Britain me chunav ki cost: ब्रिटेन में चुनावी खर्च की स्थिति

ब्रिटेन में भी चुनावी खर्च कम नहीं है। यहां एक राजनीतिक दल एक सीट पर अधिकतम 60 लाख रुपये खर्च कर सकता है। पूरे चुनाव में एक पार्टी के लिए अधिकतम खर्च 35 मिलियन पाउंड (लगभग 380 करोड़ रुपये) निर्धारित है। एक उम्मीदवार को अपनी चुनावी प्रक्रिया में 53 लाख रुपये तक खर्च करने की अनुमति है, लेकिन इसके लिए उसे पांच महीने का समय चाहिए। अगर चुनाव जल्दी घोषित होते हैं, तो वह अधिकतम 22 लाख रुपये ही खर्च कर सकता है।

Cost of U.S. presidential elections 2024: अमेरिका में चुनावी खर्च का पैमाना

America ke presidential chunav ki cost: अमेरिका में चुनावी खर्च का कोई निश्चित पैमाना नहीं है। यहां पर कैंडिडेट्स को व्यक्तिगत रूप से और कॉरपोरेट संस्थानों से धन मिल सकता है। हालांकि, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजनीतिक पार्टियों के खर्च पर कोई सीमा नहीं है। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अनुमान है कि डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टियां लगभग 5.5 बिलियन डॉलर खर्च करेंगी।

America ke presidential chunav ki cost: अगर इन संसदीय चुनावों के खर्च को भी जोड़ा जाए, तो यह आंकड़ा 16 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। यह स्थिति संस्थागत डोनर्स की वजह से बनी है, जो चुनावी प्रचार के लिए भारी राशि जुटाते हैं।

America ke presidential chunav ki cost: अमेरिका और ब्रिटेन में चुनावी खर्च के आंकड़े भारत से कैसे भिन्न हैं? जानिए कैसे हैं खर्च के पैमाने
America ke presidential chunav ki cost: अमेरिका और ब्रिटेन में चुनावी खर्च के आंकड़े भारत से कैसे भिन्न हैं? जानिए कैसे हैं खर्च के पैमाने

India election expenses 2024: भारत के चुनावी खर्च की सीमा

भारतीय चुनाव में उम्मीदवारों के लिए खर्च की सीमा तय की गई है। हालांकि, राजनीतिक दलों के लिए किसी प्रकार की खर्च की सीमा नहीं है। भारत में उम्मीदवार को चुनाव प्रचार में खर्च करने की सीमा के तहत बड़ा ध्यान रखा जाता है। यह नियम चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए हैं, लेकिन राजनीतिक दलों के खर्च पर कोई पाबंदी नहीं है, जिससे चुनावी खर्च में अत्यधिक बढ़ोतरी हो रही है।

अमेरिका, ब्रिटेन और भारत के चुनावी खर्च में स्पष्ट अंतर है। अमेरिका में खर्च का कोई अंत नहीं है, जबकि भारत में खर्च पर नियंत्रण लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, यह आवश्यक है कि चुनावी खर्च को नियंत्रित किया जाए, ताकि लोकतंत्र की सच्ची भावना को बनाए रखा जा सके।

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