Ayush Goyal Succesfull Story : 28 लाख रुपये की नौकरी छोड़ शुरू की आयुष गोयल ने UPSC की तैयारी, पहले ही प्रयास में बनें आईएएस

Ayush Goyal Succesfull Story :आज हम लेख के माध्यम से एक ऐसे आईएस अधिकारी कहानी सुनाने जा रहे हैं। जो 28 लाख रुपये की सालाना सैलरी वाली बेस्ट नौकरी छोड़कर सिविल सेवा परिक्षा की तैयारी की और उसमें पहले ही प्रयास में कामयाब हुए, नीचे दी गए लिखित मुख्य बिंदुओं से आयुष गोयल की कहानी को जानें।

UPSC की तैयारी

पाठकों को बता दें कि, आयुष गोयल ने 28 लाख रुपये की सालाना सैलरी वाली आरामदायक नौकरी छोड़कर, उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करनी शुरु की, ताकि वो आईएएस बन  सकें।

 

उम्दा शैक्षणिक प्रदर्शन

दरअसल, आयुष गोयल ने 10वीं में 91.2 प्रतिशत और 12वीं में 96.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।

 

IIM से MBA की पढ़ाई के बाद बेस्ट ऑफर

आयुष गोयल नें CAT परीक्षा में सफलता के बाद केरल के IIM Kozhikode में MBA में एडमिशन लिया और JP Morgan में 28 लाख रुपये के पैकेज पर नौकरी की।

 

माता-पिता की मिली-जुली प्रतिक्रिया

आयुष के UPSC की तैयारी के निर्णय से माता-पिता नाखुश थे, हालांकि उन्होंने 20 लाख रुपये का लोन लेकर अपनी पढ़ाई जारी रखी।

 

देश सेवा का सपना

आयुष गोयल ने हाई सैलरी पैकेज की नौकरी को छोड़कर देश सेवा का रास्ता चुना, जो लाखों युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक कहानी बन गई।

 

त्याग

आयुष गोयल ने 8 माह की नौकरी के बाद,  सिविल सेवा की तैयारी के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह से परीक्षा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित किया।

 

बिना कोचिंग की तैयारी

आयुष गोयल ने घर पर रहकर बिना किसी कोचिंग के UPSC की तैयारी की। उन्होंने 1.5 साल तक रोज़ाना 810 घंटे इंटरनेट और किताबों से पढ़ाई की।

 

पहले प्रयास में सफलता हासिल

आयुष गोयल ने पहले ही प्रयास में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की और 171वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बन गए।

Ayush Goyal Succesfull Story : 28 लाख रुपये की नौकरी छोड़ शुरू की आयुष गोयल ने UPSC की तैयारी, पहले ही प्रयास में बनें आईएएस
Ayush Goyal Succesfull Story : 28 लाख रुपये की नौकरी छोड़ शुरू की आयुष गोयल ने UPSC की तैयारी, पहले ही प्रयास में बनें आईएएस

 

कड़ी मेहनत और समर्पण

आयुष गोयल की तैयारी में इंटरनेट के वीडियो और किताबों ने अहम भूमिका निभाई. उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का नतीजा था कि वे सफल हुए।

 

पारिवारिक सपोर्ट

हालांकि शुरू में उनके निर्णय से माता-पिता खुश नहीं थे, लेकिन आयुष की सफलता ने साबित कर दिया कि उनका रास्ता सही था।

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *