Chandigarh EV Registration: चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की रजिस्ट्रेशन में जबरदस्त इजाफा देखा जा रहा है। 2020 में जहां 100 फ्यूल बेस्ड गाड़ियों के मुकाबले केवल 1-2 इलेक्ट्रिक गाड़ियां बिकती थीं, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 18 हो गई है। यह बदलाव खासतौर पर 2023 और 2024 में देखा गया है, जब इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
इस तेजी के पीछे एक प्रमुख कारण EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार है। इस महीने के अंत तक चंडीगढ़ में पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़कर 20 हो जाएगी, जिससे EV USERS को आसानी से नजदीक चार्जिंग की सुविधा मिल सकेगी। इससे नॉन-ट्रांसपोर्ट और ट्रांसपोर्ट दोनों ही सेगमेंट में ईवी की बिक्री को और बढ़ावा मिलेगा।
Chandigarh EV Registration: 2020 से अब तक ईवी रजिस्ट्रेशन में बड़ा बदलाव
चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 2022 में नई पॉलिसी लागू की गई थी, जिसके तहत रोड टैक्स में छूट और बैटरी क्षमता के आधार पर इंसेंटिव्स दिए गए। इसका नतीजा यह हुआ कि 2023 में 6534 इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर्ड हुए, जबकि 2024 में अब तक 5144 ईवी की रजिस्ट्रेशन हो चुकी है।
2020 में जहां 30,254 फ्यूल बेस्ड गाड़ियों के मुकाबले केवल 418 ईवी रजिस्टर्ड हुई थीं, वहीं 2023 तक यह आंकड़ा बढ़कर 6534 हो गया। 2024 में अब तक 18.37% की हिस्सेदारी के साथ 100 फ्यूल बेस्ड गाड़ियों के पीछे 18-19 इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर्ड हो रहे हैं।
Chandigarh EV Registration: ईवी पॉलिसी में कैपिंग हटने से अडॉप्शन दर में गिरावट
हालांकि, EV अडॉप्शन में कुछ उतार-चढ़ाव भी देखे गए। चंडीगढ़ में फरवरी 2024 से जून तक ईवी अडॉप्शन की दर में गिरावट आई, क्योंकि कैपिंग का प्रावधान हटने के बाद इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स की रजिस्ट्रेशन कम हो गई थी। इससे पहले, सितंबर 2023 से जनवरी 2024 तक चंडीगढ़ 15% या उससे अधिक अडॉप्शन दर के साथ देशभर में पहले स्थान पर था।
Chandigarh EV Registration: एयर पॉल्यूशन बढ़ा, स्वच्छ वायू सर्वेक्षण में गिरावट
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चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या के बावजूद, वायु प्रदूषण की समस्या बनी हुई है। अक्टूबर के पहले हफ्ते में शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 100 पॉइंट से ऊपर रहा। 2023-2024 में पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए करीब 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए, लेकिन इसका विशेष परिणाम नहीं दिखा। स्वच्छ वायू सर्वेक्षण 2024 में चंडीगढ़ की रैंकिंग भी 22वें से गिरकर 31वें स्थान पर पहुंच गई है।
चंडीगढ़ प्रशासन EV ADOPTION और प्रदूषण नियंत्रण के बीच संतुलन बनाने के लिए प्रयासरत है। आने वाले समय में बढ़ते चार्जिंग स्टेशन और बेहतर योजनाओं के साथ, इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में और इजाफा होने की संभावना है, जिससे प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी।