Delhi free bus report: दिल्ली: दिल्ली में महिलाओं के लिए फ्री बस सेवा एक बड़ी राहत साबित हो रही है। ग्रीनपीस इंडिया द्वारा किए गए एक सैंपल सर्वे के अनुसार, इस सेवा का लाभ उठाने वाली 67% महिलाएं हर महीने 1,000 रुपये से भी कम खर्च कर रही हैं। हालांकि, इस सेवा के बावजूद उन्हें शाम के समय बसों की कमी, भीड़ और रोशनी की कमी के कारण सफर करने में डर लग रहा है।
Delhi free bus report: दिल्ली में फ्री बस सेवा
दिल्ली में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और राजनीतिक दल अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए जनहितैषी योजनाओं की दुहाई दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्रा कर रही है, जहाँ वे मुफ्त बस सेवा, मुफ्त बिजली और पानी और तीर्थ यात्रा जैसी सुविधाओं का जिक्र कर रहे हैं। ऐसे में ग्रीनपीस इंडिया की रिपोर्ट इस समय महत्वपूर्ण साबित हो रही है, जो महिलाओं की सफर के अनुभव को उजागर कर रही है।
Delhi free bus green peace survey report: सर्वे की मुख्य बातें
सर्वे में शामिल आंकड़े
मुफ्त बस यात्रा योजना अक्टूबर 2024 में पांच साल पूरे करने जा रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 7,600 सार्वजनिक बसों में अब तक 175 करोड़ यात्रियों ने इस योजना का लाभ उठाया है। ग्रीनपीस इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मुफ्त बस यात्रा ने महिलाओं की बचत में 23% की वृद्धि की है, लेकिन इसके साथ ही 77% महिलाएं शाम 5 बजे के बाद बसों में असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
महिलाओं की बचत और खर्च
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि 75% महिलाओं ने बताया है कि मुफ्त बस यात्रा के कारण उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार हुआ है। 67% महिलाओं का कहना है कि वे अब महीने में 1,000 रुपये से भी कम खर्च कर रही हैं। इस बचत को वे आपातकालीन फंड, स्वास्थ्य, शिक्षा और घरेलू कामों में लगा रही हैं। विशेष रूप से, घरेलू खर्चों पर 54%, आपात स्थितियों पर 50%, व्यक्तिगत खरीद पर 33%, और स्वास्थ्य देखभाल व शिक्षा पर 15% खर्च किया जा रहा है।
फ्री बस सेवा की चुनौतियाँ और सुरक्षा संबंधी चिंताएं
हालांकि मुफ्त बस यात्रा के फायदे हैं, लेकिन महिलाओं को शाम के समय यात्रा करते वक्त कुछ चिंताएं भी हैं। ग्रीनपीस इंडिया के कार्यकारी के अनुसार सर्वे में 510 महिलाओं से बात की गई थी। इसके अलावा, फरवरी से अप्रैल के बीच 30 महिला बस यात्रियों से भी उनकी राय ली गई। सर्वे में सामने आया है कि बसों की रोशनी की कमी और कम फ्रीक्वेंसी शाम के समय सफर करने में बाधा डाल रही है।
दिल्ली की मुफ्त बस सेवा ने महिलाओं को न केवल वित्तीय रूप से सशक्त किया है, बल्कि उनकी यात्रा की आदतों में भी बदलाव लाया है। हालांकि, रात के समय सफर करने में सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों का समाधान होना आवश्यक है। सरकारी और संबंधित एजेंसियों को चाहिए कि वे इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करें ताकि महिलाओं की यात्रा को और सुरक्षित बनाया जा सके।