Diwali Business Data: दिवाली का त्योहार न केवल खुशी और समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि यह व्यापारिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इस दौरान विभिन्न सेक्टर्स में बिक्री और ग्राहकों के खर्च में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के अनुसार, इस दिवाली सीजन में कई प्रमुख सेक्टर्स में बढ़ोतरी देखी जाएगी:
Diwali Business Data: दिवाली सीजन के दौरान बढ़ने वाले प्रमुख सेक्टर्स
1. ऑटोमोबाइल:
त्योहार के दौरान गाड़ियों की बिक्री में 15% की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। पिछले साल के दौरान, दिवाली से ओणम और भाई दूज तक के तीन महीनों में 10 लाख से अधिक गाड़ियां बिकी थीं।
2. इलेक्ट्रॉनिक्स:
दिवाली के दौरान इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में 34 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है। ऑनलाइन शॉपिंग का हिस्सा बढ़ रहा है, जिससे छोटे शहरों में खरीदारी में बढ़ोतरी हो रही है।
3. रियल एस्टेट:
इस दिवाली, शीर्ष 8 शहरों में 46% प्रीमियम घर बिकने की संभावना है। यह दर्शाता है कि लग्जरी घरों की मांग में वृद्धि हो रही है।
4. ज्वेलरी:
ज्वेलरी क्षेत्र में 38 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है। पिछले धनतेरस के दिन, करीब 30 हजार करोड़ रुपये की ज्वेलरी बिक चुकी थी।
5. फैशन:
फैशन प्रोडक्ट्स की बिक्री 51 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। महिलाओं के कपड़ों की बिक्री में 56% की बढ़ोतरी देखी गई है।
Diwali Business Trend: दीवाली पर खर्च करने का ट्रेंड
Diwali Business Data:दिवाली पर औसत भारतीय ग्राहक कितना खर्च करेगा? लोकल सर्कल्स के सर्वे के अनुसार:
70% शहरी लोग लोकल व्यापारियों से खरीदारी करेंगे।
40% लोग घरों की सजावट पर सबसे ज्यादा खर्च करेंगे।
हर चौथा व्यक्ति 10,000 से 20,000 रुपये तक खर्च करेगा।
Diwali customers trends: ग्राहकों के बीच का माहौल
यूगॉव के सर्वे के अनुसार, इस साल दिवाली खर्च इंडेक्स 117 पर पहुंच गया है, जो पिछले चार वर्षों में सबसे ऊंचा स्तर है।
35% भारतीयों की आय बढ़ी है।
24% ग्राहकों की बचत पिछले साल की तुलना में अधिक है।
Diwali Business Data:दिवाली का त्योहार न केवल सामाजिक और धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करता है। यह एक ऐसा अवसर है, जब न केवल लोग खरीदारी करते हैं, बल्कि स्थानीय व्यापारियों को भी अपने व्यवसाय को बढ़ाने का मौका मिलता है।