Haryana Grap-3 : हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण और कोहरे के बीच सख्त कदम, क्रशर और माइनिंग पर पाबंदी, 5वीं कक्षा तक स्कूल बंद?

Haryana Grap-3 : सोनीपत : हरियाणा में प्रदूषण और कोहरे का स्तर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, जिससे जनजीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। प्रदेश के 11 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच चुका है, जिसके चलते प्रदेश सरकार ने Haryana Grap-3 लागू कर दिया है।

धुंध और प्रदूषण से जूझते शहर

हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण और घने कोहरे के कारण AQI की स्थिति गंभीर हो गई है। जींद, गुरुग्राम,सोनीपत,पंचकूला और अन्य प्रमुख शहरों में प्रदूषण का स्तर सबसे खराब श्रेणी में पहुंच गया है। जींद पूरी तरह से गैस चैंबर में तब्दील हो गया है, जहां सांस लेना 20-25 सिगरेट पीने के बराबर हो गया है।

GRAP-3 की पाबंदियां लागू

प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को लागू कर दिया है। GRAP-3 के तहत जब AQI 400 से ऊपर पहुंच जाता है, तो प्रदूषण को कम करने के लिए कई सख्त कदम उठाए जाते हैं, जैसे:

क्रशर और माइनिंग पर पाबंदी: हरियाणा के 14 जिलों में क्रशर और माइनिंग पर रोक लगा दी गई है।

स्कूल बंद करने का निर्णय: 5वीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला जिला अधिकारियों पर छोड़ दिया गया है।

पेट्रोल-डीजल गाड़ियों पर सख्ती: गुरुग्राम और फरीदाबाद में पेट्रोल-डीजल गाड़ियों के प्रदूषण पर सख्ती बढ़ाई गई है।

निर्माण कार्यों पर रोक

प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर सख्ती

सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना

वाणिज्यिक और औद्योगिक गतिविधियों में कटौती

कोहरे के कारण विजिबिलिटी घटेगी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हरियाणा में कोहरे को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। 16 नवंबर तक कोहरा और प्रदूषण प्रदेश में छाया रहेगा, जिससे विजिबिलिटी 50 मीटर से घटकर 100 मीटर तक रह सकती है।

Haryana Grap-3 : हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण और कोहरे के बीच सख्त कदम, क्रशर और माइनिंग पर पाबंदी, 5वीं कक्षा तक स्कूल बंद?
Haryana Grap-3 : हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण और कोहरे के बीच सख्त कदम, क्रशर और माइनिंग पर पाबंदी, 5वीं कक्षा तक स्कूल बंद?

हरियाणा मौसम की स्थिति

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक हरियाणा में मौसम में कोई बड़ी परिवर्तनशीलता नहीं देखी जाएगी। 15-16 नवंबर के दौरान हल्के बादल और धुंध छाए रह सकते हैं, जबकि 17 नवंबर से उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है।

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