Jind case on Police ASI : हरियाणा के जींद में खाकी पर दाग लगा है। यह दाग लगवाया है महिला थाना की पुलिए एएसआई ने, जिसने गैंग रेप पीड़िता के परिवार पर समझौता करने, शिकायत वापस लेने का दबाव बनाते हुए जान से मारवाने की धमकी दी। एक महिला होकर भी महिला पुलिस ने पीड़िता का दर्द नहीं समझा। उचाना डीएसपी संजय सिंह की सिफारिश पर शहर थाना पुलिस ने ASI के खिलाफ केस दर्ज किया है।
जींद की एक महिला ने छह मार्च को एसपी कार्यालय (SP Office) को दी शिकायत में बताया था कि उसकी 30 साल की बेटी है, जो मानसिक रोगी है। ओमनगर कॉलोनी और श्याम कालोनी के तीन युवकों ने उसकी बेटी के साथ गैंग रेप (jind girl gang rape ) किया। रेप की घटना के बारे में उन्हें उस समय पता चला, जब वह गर्भवती हो गई।
पीड़िता की मां को फोन कर कहा, महिला थाना से मैडम बोल रही हूं, शिकायत वापस ले लो
काउंसिलिंग के जरिए तीन लोगों के नाम सामने आए तो उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया और एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया। शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि पांच मार्च को उसके पास फोन आया और एक महिला पुलिस ने कहा कि वह महिला थाना से मैडम बोल रही है। तुम लोगों ने जो रेप का केस दर्ज करवाया है, उसे वापस ले लो नहीं तो जान से मार दिया जाएगा।
केस कोई और हैंडल कर रही, फोन किसी और ने कर दी धमकी
इस पर डर गई और वापस एसपी कार्यालय में गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राजेश कुमार ने उचाना DSP संजय कुमार को जांच सौंपी। जांच में सामने आया कि केस की जांच तो कोई और महिला अधिकारी कर रही थी लेकिन फोन कर धमकी दूसरी महिला कर्मचारी ने दी थी। जबकि वह इस केस की आईओ नहीं थी।
इतना ही नहीं शिकायकर्ता का आरोप है कि ASI ने उसे डरा-धमकाकर रानी तालाब के पास बुलाया और उसे धमकी दी। इस दौरान काले रंग की गाड़ी में महिला एएसआई के साथ एक व्यक्ति भी था। इस पर DSP संजय ने समझौते के लिए दबाव बनाने पर ASI के खिलाफ मामला दर्ज करने की सिफारिश की।