Haryana marriage registration : हरियाणा में शादी करना हुआ आसान, मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए सरकार ने दिया ग्राम सचिव, BDPO को अधिकार

देखें शहर में और गांव में किसे मिला अधिकार

Sonia kundu
3 Min Read

हरियाणा सरकार ने मैरिज रजिस्ट्रेशन (marriage registration) प्रक्रिया में बदलवा करते हुए विवाह पंजीकरण को काफी आसान बना दिया है । जनता को पंजीकरण में हो रही देरी की समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने कई अधिकारियों को मैरिज रजिस्ट्रेशन के अधिकार दिए हैं ।

 

फैमिली आईडी से जोड़ा विवाह पंजीकरण पोर्टल

लोग अब अपने विवाह का पंजीकरण (marriage registration) अपने नजदीक और कम समय में करवा पाएंगे । मैरिज रजिस्ट्रेशन पोर्टल को फैमिली आईडी से जोड़ा गया है । इससे फैमिली आईडी से मेंबर जोड़ने या हटाने जैसे समस्याओं का समाधान भी पंजीकरण के साथ हो जाएगा ।

 

2020 में सरकार ने यह पोर्टल खोला था और अब इसमें प्रक्रिया को आसान और तेज बनाने के लिए सरकार ने इसमें ग्रामीण और शहरी स्तर पर अलग अलग अधिकारियों को विवाह पंजीकरण का अधिकार दिया है ।

शहरी स्तर पर इन अधिकारियों को मिला मैरिज रजिस्ट्रेशन का अधिकार

शहरी स्तर पर तहसीलदार ,नायब तहसीलदार,सचिव नगर समिति,कार्यकारी अधिकारी और संयुक्त अधिकारी को मैरिज रजिस्ट्रार का अधिकार मिला है ।

 

Haryana marriage registration: Getting married in Haryana has become easy, government has given authority to Village Secretary, BDPO for marriage registration.
Haryana marriage registration online apply

गांव में तहसीलदार के अलावा इन अधिकारियों को मिला अधिकार

ग्रामीण स्तर पर पहले जहां केवल तहसीलदार को अधिकार था अब तहसीलदार के साथ साथ नायब तहसीलदार ,बीडीपीओ, सीटीएम और ग्राम सचिव को मैरिज रजिस्ट्रार का अधिकार मिला है। Marriage Registration के लिए इस पोर्टल से अप्लाई भी कर सकते हैं । आप  https://shaadi.edisha.gov.in/  से मैरिज रजिस्ट्रेशन अप्लाई करने के साथ साथ अधिक जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 0172- 4880500 पर सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक संपर्क कर सकते हैं ।

 

हरियाणा में 14 जून की सुबह तक के आंकड़े

अभी तक पोर्टल पर 2 लाख 97 हजार 822 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं जिनमें से 2 लाख 94 हजार 455 ने अपॉइंटमेंट ली और इनमें से 2 लाख 48 हजार 10 को अप्रूवल मिल चुकी है । 21 हजार 71 फॉर्म रिजेक्ट हुए हैं और 1906 को किन्ही कारणों से कैंसल कर दिया गया । स्पेशल एक्ट के 7583 रजिस्ट्रेशन अभी तक हुए हैं।

Web Stories

Share This Article
सुबह-सुबह पीएं दालचीनी की चाय, मिलेंगे ये सारे फायदे लिवर को हेल्दी रखने के लिए क्या खाना चाहिए, ये 5 चीजें है जरुरी खाली पेट अंडा खाने से क्या होता है ? किशमिश का पानी पीने के 5 फायदे सोने से आधा घंटा पहले चबाएं धनिया की पत्तियां, महिनेभर में मिलेंगे 5 कमाल के फायदे।