Haryana MLAs Pension: चंडीगढ़: हरियाणा में एक बार विधायक बनने पर पेंशन की रकम सांसदों से लगभग तीन गुना अधिक हो जाती है। 15वीं हरियाणा विधानसभा के चुनाव में 39 नए विधायक पहली बार चुने गए हैं, जो अब पेंशन के हकदार हो गए हैं। जबकि राज्य के पूर्व विधायक को 75,000 रुपये प्रति माह पेंशन मिलती है, वहीं एक पूर्व सांसद को केवल 25,000 रुपये मासिक पेंशन मिलती है।
Haryana MLAs Pension: क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
विधायी मामलों के एक एक्सपर्ट्स के अनुसार, हरियाणा में 1 जनवरी 2016 के बाद सेवा समाप्त करने वाले प्रत्येक पूर्व विधायक को 50,000 रुपये की बेसिक पेंशन मिलती है। इसके अलावा, एक से अधिक कार्यकाल होने पर पेंशन में हर साल 2,000 रुपये की वृद्धि की जाती है। वहीं, पूर्व सांसदों को केवल 25,000 रुपये बेसिक पेंशन मिलती है। इस तरह, एक विधायक की पेंशन सांसद से तीन गुना अधिक होती है, जबकि लोकसभा क्षेत्र विधानसभा क्षेत्र से लगभग नौ गुना बड़ा होता है।
Haryana MLAs Pension:
महंगाई राहत और यात्रा भत्ता भी शामिल
MLAs की पेंशन में महंगाई राहत भी जोड़ी जाती है, जिससे यह राशि लगातार बढ़ती रहती है। वर्तमान में, पूर्व विधायक की पेंशन न्यूनतम 75,000 रुपये है, जो जल्द ही 76,500 रुपये हो जाएगी। यदि किसी पूर्व विधायक की पेंशन एक लाख रुपये से कम है, तो उन्हें हर महीने 10,000 रुपये का विशेष यात्रा भत्ता भी मिलता है।
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Haryana MLAs Pension: पंजाब में एक पेंशन का प्रावधान, हरियाणा में भी उठ रही मांग
पंजाब में 2022 में AAP सरकार ने कानून में संशोधन करके एक विधायक को केवल एक कार्यकाल की पेंशन देने का प्रावधान किया था, चाहे वह कितनी बार भी विधायक बना हो। हालांकि, इस कानून को कुछ पूर्व विधायकों ने कोर्ट में चुनौती दी है, लेकिन कोर्ट ने फिलहाल कोई स्टे नहीं दिया है। हरियाणा में भी यह मांग उठ रही है कि पूर्व विधायकों को भी सिर्फ एक कार्यकाल की पेंशन दी जाए, भले ही वे कितने भी बार चुने गए हों।