Haryana roadways : हरियाणा रोडवेज की बसों में चालकों-परिचालकों द्वारा शीशे पर अपनी पर्सनल इंस्टाग्राम आइडी, फेसबुक आइडी और मोबाइल नंबर लिख दिए जाते हैं। अब सभी तरह की प्रचार सामग्री को बसों के अंदर से हटाया जाएगा।
परिवहन विभाग के मुख्यालय ने सभी महाप्रबंधकों को आदेश जारी कर निजी प्रचार सामग्री हटा कर रिपोर्ट मुख्यालय भेजने को कहा है। यात्रियों की आपत्ति पर परिवहन विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा कि अब बसों में इस तरह से व्यक्तिगत प्रचार करने वाले चालक-परिचालकों के खिलाफ रोडवेज प्रबंधन द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यालय द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि कर्मचारी आगार की बसों पर अगर कोई आपत्तिजनक स्लोगन/विज्ञापन नहीं लगवाएं। अगर किसी चालक व परिचालक द्वारा बस के अंदर या बाहर अपनी मर्जी से किसी प्रकार का कोई स्लोगन या विज्ञापन लिखवाया हुआ है तो उसे हटाना सुनिश्चित करें।

पिछले दिनों जींद से टोहाना रूट पर रोडवेज की एक बस में चालक द्वारा शीशे पर अपनी व्यक्तिगत इंस्टाग्राम आइडी लिखकर इसे फालो करने के लिए कहा गया था। एक यात्री ने इसका फोटाे खींचकर परिवहन मंत्री को एक्स हैंडल पर ट्वीट करते हुए कहा था कि बसों में इस तरह से व्यक्तिगत प्रमोशन किए जा रहे हैं। इससे यात्रियों में हरियाणा रोडवेज और स्टाफ के प्रति नकारात्मक छवि बन रही है।
Haryana roadways : जरूरत से ज्यादा लगे मिलते हैं स्टीकर, स्लोगन
जींद डिपो में 168 बसें आनरूट रहती है, जिसमें से किलोमीटर स्कीम की 37 बसें शामिल हैं। इन बसों में हर रोज लगभग 15 से 16 हजार यात्री सफर करते हैं, जिससे डिपो को हर रोज लगभग 12 से 13 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होता है। रोडवेज में कई बसें ऐसी हैं, जिन पर काफी तरह की रंग बिरंगी टेप, स्टीकर व स्लोगन लिखे हुए होते है।
कई बसों के शीशों पर तो जरूरत से अधिक स्टीकर, बसों के टायरों के साथ आगे व पीछे परांदे लटके हुए हैं, जिससे उनका रंग रूप ही बदल गया है। कुछ चालक-परिचालकों ने अपने अनुसार बस को डिजाइन करवाया हुआ है। ऐसे में मुख्यालय ने सख्ती करते हुए बसों के आगे व पीछे के शीशों पर जरूरत से अधिक लगी टेपिंग हटाने को निर्देश जारी किए हैं।
Haryana roadways headquarter के आदेशों के बाद उतरवाए जा रहे स्टीकर
रोडवेज बस पर लगे स्टीकर व टेप को उतारने के आदेश आए हुए हैं। डिपो में जितनी भी बसें है, उन सब बसों के शीशों पर लगे अतिरिक्त स्टीकर उतरवाने के लिए कर्मचारियों को बोल दिया गया है। सभी बसों से इस तरह की प्रचार सामग्री को हटवाया जाएगा।
—राजेश हैबतपुर, डीआई जींद।