Hurricane Helene: अमेरिका इस साल के सबसे भयंकर तूफान, Hurricane Helene का सामना कर रहा है। इस श्रेणी-4 के तूफान ने दक्षिण-पूर्वी राज्यों में तबाही मचाते हुए लाखों घरों की बिजली काट दी है और बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका जताई जा रही है। हेलेन तूफान की तीव्रता इतनी अधिक है कि 6 मीटर तक की ऊंची लहरें उठने की चेतावनी जारी की गई है। इसे हाल के वर्षों का सबसे बड़ा और विनाशकारी तूफान माना जा रहा है।
Hurricane Helene: अमेरिका में घोषित की गई इमरजेंसी
तूफान हेलेन के प्रभाव से दक्षिण-पूर्वी अमेरिका के कई इलाकों में इमरजेंसी की स्थिति घोषित कर दी गई है। राष्ट्रीय महासागरीय और वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) ने इस तूफान को रिकॉर्ड-गर्म महासागर तापमान का परिणाम बताया है, जो इसे और भी खतरनाक बना रहा है। यह तूफान 215 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं को अपने साथ लेकर आ रहा है, जिससे भारी तबाही की आशंका है।
Hurricane Helene: तूफान से लाखों घरों की बिजली हुई गुल
यूएस नेशनल हरिकेन सेंटर के मुताबिक, तूफान अभी ताम्पा से 195 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है और इसकी वजह से फ्लोरिडा में पहले ही 2.5 लाख से अधिक घरों और व्यवसायों की बिजली गुल हो चुकी है। Florida के बिग बेंड इलाके को भारी नुकसान पहुंचने की संभावना है। तटीय क्षेत्रों के लिए तूफान और बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
Hurricane Helene: 6 मीटर ऊंची लहरों की आशंका, बाढ़ का खतरा बढ़ा
Hurricane Helene के कारण तटीय इलाकों में 6 मीटर तक ऊंची लहरें उठने की संभावना है, जो भारी बाढ़ का कारण बन सकती हैं। इसके प्रभाव से फ्लोरिडा, उत्तरी जॉर्जिया और पश्चिम कैरोलिना के तटवर्ती इलाकों में गंभीर संकट पैदा हो सकता है। वीरवार को इस तूफान ने फ्लोरिडा में तबाही मचाना शुरू कर दिया था और अब इसके और अधिक इलाकों को प्रभावित करने की आशंका है।
Hurricane Helene: तूफान से बचने की तैयारी और चेतावनी
अमेरिकी अधिकारियों ने तूफान की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोगों को आवश्यक कदम उठाने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। कई इलाकों में लोगों को निकासी के आदेश भी दिए गए हैं। मौसम विभाग लगातार तूफान पर नजर बनाए हुए है और लोगों को जल्द से जल्द तटीय क्षेत्रों से दूर जाने की हिदायत दी जा रही है।
Hurricane Helene इस साल का सबसे खतरनाक तूफान साबित हो रहा है जिसने लाखों लोगों की जिंदगी को प्रभावित कर दिया है। आने वाले दिनों में इसके प्रभाव से और भी अधिक नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। सरकार और राहत एजेंसियां सक्रिय रूप से हालात पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन आम लोगों को सतर्क रहने और अधिकारियों के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सख्त जरूरत है।