Kal Ka Mausam : हरियाणा में मौसम का मिजाज फिर से बदल गया है। IMD मौसम विभाग ने 1 से 5 फरवरी तक प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि (rain and hailstorm till February 5 in haryana) की संभावना जताई है। पश्चिमी पंजाब और पाकिस्तान के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण हरियाणा के कई जिलों में बारिश होगी। खासतौर पर सिरसा, फतेहाबाद, जींद, कैथल, हिसार, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर और पंचकूला में बारिश के साथ ओले गिरने की भी संभावना है। इसके साथ ही, कुछ इलाकों में धुंध (Fog) छाने की संभावना भी जताई गई है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर, पहाड़ी इलाकों में भी बर्फबारी
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है, जिससे हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इस विक्षोभ का असर हरियाणा के उत्तरी जिलों में भी दिखेगा। पंजाब से सटे इलाकों में 40-50% तक बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है।
5 फरवरी तक रहेगा मौसम में बदलाव
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 5 फरवरी तक मौसम में बदलाव जारी रहेगा। लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हरियाणा के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है और ठंड बढ़ सकती है।
किसानों को सतर्क रहने की सलाह
बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान हो सकता है, खासकर सरसों, गेहूं और सब्जियों की फसलों पर असर पड़ सकता है। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए जरूरी इंतजाम करें और ताजा मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें।
बदलते मौसम से क्या होगा असर?
तापमान में गिरावट आएगी, ठंड बढ़ेगी तथा प्रदेश के कई इलाकों में घना कोहरा और धुंध छा सकती है। इससे यातायात प्रभावित हो सकता है तो वाहन चालकों को सड़क पर वाहन धीरे चलाने की सलाह दी जा रही है। ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान होने की भी आशंका है।
हरियाणा के लोगों को आने वाले दिनों में मौसम के बदलाव के लिए तैयार रहना होगा। खासतौर पर किसान भाइयों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है।