New Noida: UP सरकार ने Noida, गाजियाबाद और दादरी के बीच एक और हाईटेक शहर New Noida बसाने की योजना को मंजूरी दे दी है। DNGIR मास्टर प्लान 2041 के तहत इस नए शहर को 80 गांवों की जमीन पर आधुनिक विकसित किया जाएगा, जो कुल 209.11 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैलेगा। इस मास्टर प्लान का उद्देश्य पश्चिमी यूपी और Noida क्षेत्र में औद्योगिक और आवासीय विकास को गति देना है। New Noida के निर्माण से करीब 6 लाख लोगों के रहने की संभावना है, जो इसे भविष्य के एक प्रमुख शहरी केंद्र के रूप में उभारने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
New Noida: 4 चरणों में होगा न्यू नोएडा का विकास
New Noida का निर्माण 4 चरणों में पूरा किया जाएगा। इस परियोजना के तहत पहले चरण (2023-2027) में 3165 हेक्टेयर जमीन पर काम शुरू होगा जिसके लिए अब स्वीकृति दे दी गई है। इसके बाद दूसरे चरण (2027-2032) में 3798 हेक्टेयर भूमि विकसित की जाएगी। तीसरे चरण (2032-2037) में 5908 हेक्टेयर और चौथे चरण (2037-2041) में 8230 हेक्टेयर जमीन को विकसित करने की योजना है।
DNGIR Master Plan के तहत भूमि का अधिग्रहण करने के लिए सरकार जल्द ही नई गाइडलाइन्स जारी करेगी। इसके अंतर्गत पहले से मौजूद 80 गांवों की जमीन का उपयोग किया जाएगा, जिसमें बुलंदशहर के 60 और गौतमबुद्ध नगर के 20 गांव शामिल हैं।
New Noida: भूमि उपयोग और विकास की रणनीति
न्यू नोएडा को आधुनिक और सस्टेनेबल शहर के रूप में विकसित करने की योजना है, जहां 40% जमीन का उपयोग औद्योगिक क्षेत्र के लिए किया जाएगा। 13% क्षेत्र को आवासीय और ग्रीन जोन के रूप में विकसित किया जाएगा, जबकि 18% भूमि मनोरंजन गतिविधियों के लिए निर्धारित की गई है। इस रणनीति के जरिए New Noida शहर को एक संतुलित और उन्नत शहरी केंद्र के रूप में तैयार किया जाएगा, जो न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक रूप से भी समृद्ध होगा।
नोएडा और पश्चिमी UP के विकास को मिलेगा बढ़ावा
न्यू नोएडा का निर्माण नोएडा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए एक बड़ा आर्थिक उछाल साबित हो सकता है। इस परियोजना से इस क्षेत्र में न केवल रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे, बल्कि औद्योगिक निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा।
New Noida Master Plan के तहत उच्च गुणवत्ता वाले इंफ्रास्ट्रक्चर, आवासीय सुविधाओं और औद्योगिक हब्स का विकास किया जाएगा, जिससे यह शहर भविष्य के शहरीकरण की आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होगा।
New Noida को भविष्य के शहर के रूप में देखा जा रहा है, जो आधुनिकता, पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक समृद्धि का प्रतीक बनेगा।