Sleeping Position: हम सभी जानते हैं कि सही तरीके से सोना हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन गलत तरीके से सोने से कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। पेट के बल, घुटने मोड़कर, आधा बैठकर या सिर को ऊपर की ओर टिका कर सोना सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। यह स्थिति हड्डियों, मांसपेशियों और नसों को नुकसान पहुंचा सकती है।
Sleeping Position: रीढ़ पर दबाव और शरीर में दर्द
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, पेट के बल सोने से शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, खासकर रीढ़ की हड्डी और पीठ पर। इस पोजीशन में सोने से वजन शरीर के मध्य भाग पर आ जाता है, जिससे रीढ़ की हड्डी की पोजीशन बदल नहीं पाती और उस पर दबाव बनता है। परिणामस्वरूप, शरीर के अन्य हिस्सों में भी दर्द और ऐंठन की शिकायत हो सकती है।
Sleeping Position: दर्द और झुनझुनाहट की समस्या
पेट के बल सोने से शरीर निष्क्रिय महसूस करने लगता है। कई लोगों को शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द और झुनझुनाहट की समस्या का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी ऐसा भी महसूस होता है कि शरीर सुन्न पड़ गया है और पेट के बल सोने वालों को गर्दन में दर्द और झुकाव की समस्या भी हो सकती है।
Sleeping Position: प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए चेतावनी
गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से पेट के बल सोने से बचना चाहिए, क्योंकि इस स्थिति से भ्रूण पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। गर्भावस्था के दौरान सही तरीके से सोना बेहद जरूरी होता है, ताकि मां और बच्चा दोनों की सेहत पर कोई बुरा प्रभाव न पड़े।
पेट के बल सोने के फायदे
हालांकि पेट के बल सोने के कई नुकसान हैं, लेकिन इसके कुछ फायदे भी हैं। यदि किसी व्यक्ति को सोते समय खर्राटे आने की आदत हो, तो पेट के बल सोने से खर्राटे कम हो सकते हैं। यह उन लोगों के लिए राहत का कारण बन सकता है, जो सोते समय खर्राटों की वजह से परेशानी महसूस करते हैं।
सभी को सही तरीके से सोने की आदत डालनी चाहिए ताकि सेहत पर कोई बुरा असर न पड़े। कम से कम 6-7 घंटे की नींद जरूरी है, और यदि आपको सोने की आदत बदलनी है, तो इसके लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर रहेगा।