नई दिल्ली : देश में बेटियों के बेहतर भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने कई (ssy rule change) योजनाएं शुरू की हैं। इन्हीं में से एक है सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)। यह योजना बेटी के नाम पर खोले गए खाते पर बंपर ब्याज प्रदान करती है।
वर्तमान में इस योजना के तहत 8.2 प्रतिशत की ब्याज दर दी जा रही है, जो इसे निवेश के लिहाज से एक बेहतरीन विकल्प बनाती है। इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्रालय के तहत आर्थिक मामलों के विभाग ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें 6 नए नियम लागू किए गए हैं। ये नियम राष्ट्रीय बचत योजना, PPF (पब्लिक प्रॉविडेंट फंड) और सुकन्या समृद्धि अकाउंट से जुड़े निवेशकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना (ssy rule change)
Sukanya samriddhi yojana rule change 2024: SSY एक विशेष बचत योजना है, जिसे बेटियों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस योजना में मिलने वाली ब्याज दर 8.2% है, जो धारा 80C के अंतर्गत पूरी तरह से टैक्स मुक्त है।
इस योजना के तहत एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपये का निवेश किया जा सकता है। अगर किसी वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये जमा नहीं किए जाते हैं, तो 50 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
ssy rule change: नए नियम क्या हैं?
हाल ही में जारी किए गए सर्कुलर के मुताबिक, सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़े निवेशकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं:
1. दादा-दादी की Guardianship में खोले गए खाते : यदि कोई खाता दादा-दादी द्वारा खोला गया है, और वे कानूनी अभिभावक नहीं हैं, तो उस खाते की guardianship natural guardian (जैसे जीवित माता-पिता) या कानूनी अभिभावक को ट्रांसफर कर दी जाएगी। यह ट्रांसफर लागू कानून के अनुसार किया जाएगा।
2. एक परिवार में दो से अधिक खाते: यदि किसी परिवार में सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत दो से अधिक खाते खोले जाते हैं, तो इन्हें योजना के दिशानिर्देशों का उल्लंघन माना जाएगा और ऐसे अनियमित खातों को बंद कर दिया जाएगा।
sukanya samriddhi yojana rule 2024: निवेश की अवधि और मैच्योरिटी के नियम
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश की अवधि खाता खोलने की तारीख से 14 वर्ष तक होती है। खाता खोलने के 21 वर्ष बाद यह खाता मैच्योर हो जाता है। हालांकि, अगर खाताधारक की शादी 21 वर्ष की अवधि पूरी होने से पहले हो जाती है, तो उसकी शादी के बाद खाते का परिचालन नहीं किया जा सकता।
इसके अलावा, उच्च शिक्षा और विवाह के उद्देश्य से खाताधारक की जरूरतों को पूरा करने के लिए आंशिक निकासी की सुविधा भी दी जाती है। खाता मैच्योर होने के बाद, खाताधारक राशि को निकाल सकता है और योजना का लाभ उठा सकता है।
ssy terms and fine: जुर्माना और जुड़ी शर्तें
अगर किसी वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये जमा नहीं किए जाते, तो 50 रुपये का जुर्माना देना होता है। इसलिए ssy yojana में नियमित रूप से रुपए जमा करना अनिवार्य है।
ssy rule changed 2024: क्यों जरूरी है नए नियमों को समझना?
नए नियमों को ध्यान में रखते हुए, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि निवेशक सही ढंग से खाता संचालित करें और योजना का अधिकतम लाभ उठा सकें। खासकर दादा-दादी द्वारा खोले गए खातों में संरक्षकता से जुड़े नियमों का पालन करना आवश्यक है। साथ ही, परिवार में दो से अधिक खाते खोलने से बचना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके।
sukanya samriddhi yojan बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक मजबूत वित्तीय योजना है। इसमें किए गए हालिया बदलाव इस योजना को और भी सुरक्षित और प्रभावी बनाते हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे नए नियमों का पालन करें और योजना का अधिकतम लाभ उठाएं।
अधिक जानकारी के लिए भारत सरकार की वेबसाइट पर नीचे क्लिक करें
https://www.nsiindia.gov.in/(S(o3mf4u55awk4wb55kb1pju2h))/InternalPage.aspx?Id_Pk=89
इस तरह की योजनाओं में निवेश करने से न केवल आप अपनी बेटी का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं, बल्कि टैक्स में भी छूट पा सकते हैं। इसलिए, यदि आपने अब तक इस योजना में निवेश नहीं किया है, तो जल्द से जल्द करें और अपनी बेटी के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखें।